स्थिति इस प्रकार रहेगी
मकर संक्रांति की स्थिति : उर्द, वाहन बाराह, उपवाहन वृषभ, वस्त्र हरा, उपवस्त्र चिम वस्त्र, फल उत्तम, आयुष खडग़ है।
पवित्र नदियों, सरोवरों पर स्नान से मिलता है पुण्य
संक्रांति पर सूर्योदय से सूर्यास्त तक दानपुण्य का दौर चलेगा। लोग अलसुबह गलता में स्नान करने के लिए उमड़ेंगे। लोग जरूरतमंदों को भोजन और जरूरत की वस्तुएं दान करेंगे। वहीं जगह-जगह गायों को हरा चारा भी खिलाया जाएगा। मकर संक्रांति पर तालाब, पवित्र नदियों में स्नानादि आदि करके तिल, कम्बल आदि सामग्री का दान करना फलदायी होता है। लोग मकर संक्रांति पर गंगा स्नान करने भी जाते हैं। राजधानी में महादेवघाट में लोग पुण्य स्नान कर हटकेश्वरनाथ महादेव की पूजा-अर्चना करने पहुंचेंगे।
पतंग उड़ाने की होगी रात में ही तैयारी
सुबह सूरज निकले से पहले ही लोगों में पतंग उड़ाने की होड़ रहेगी। इसके लिए रात को ही तैयारी कर ली जाती है। बच्चों ने पतंगों में तंग डाल लिए। संगीत की धुनों में पतंगों का आनंद लेने को म्यूजिक सिस्टम छतों पर लगा लिए।
ठाकुरजी उड़ाएंगे पतंग
मकर संक्रांति पर मंदिरों में पतंगोत्सव मनाया जाएगा। इस मौके पर मंदिरों में विराजित ठाकुरजी राधारानी संग पतंग उड़ातें नजर आएंगे। इस मौके पर ठाकुरजी को तिल के व्यंजनों, फीणी और खीर का भोग लगाया जाएगा।
पतंगबाजी में इन बातों का रखें ध्यान
(1) बेहद तीखे मांझे से पतंग नहीं उड़ाएं
(2) पतंग उड़ाते समय हाथों में दस्तानें पहन लें, आंखों पर चश्मा लगाएं
(3) गले, कान, नाक, मुंह, अंगुलियों, हाथ व पैरों को ढककर रखें
(4) आसमान पर नजर रखने के साथ ही छत पर आसपास का भी ध्यान रखें
(5) बच्चों को छत पर अकेला नहीं भेजें
(6) पतंग लूटने के लिए एक से दूसरी छत पर ना कूदे, सड़क पर दौड़ न लगाएं