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सरकार की नीति के विरोध में सड़क पर उतरे हैं किसान
सड़क पर उतरे किसानों का आरोप है कि आजादी के बाद से सभी सरकारों ने किसानों को सिर्फ ठगने का काम किया है। इनका आरोप है कि मोदी सरकार ने भी वादे पूरे नहीं किए। किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए भी प्रशासन ने मेरठ रोड समेत यात्रा वाले रूट के ट्रैफिक को डायवर्ट कर दिया है। पुलिस-प्रशासन की ओर से हाइवे पर रूट डायवर्जन करने के बावजूद जाम की स्थिति बनी हुई है। इन्हीं हालात को देखते हुए भारी पुलिस सुरक्षा व्यवस्था की गई है। इसके अलावा मेरठ रोड पर पड़ने वाले सभी शिक्षण संस्थानों को प्रशासन ने एतियातन बन्द करवा दिया है ।
आर-पार की लड़ाई के मूड में किसान
भारतीय किसान यूनियन की ओर से निकाली जा रही किसान क्रांति यात्रा सुबह मुरादनगर के हंस इंटर कॉलेज से चली, जहां किसानों ने रात में ठहरे थे । खबर लिखते वक्त किसानों की रैली गाजियाबाद के मोरटा इलाके से गुजर रही थी। करीब पांच किलोमीटर लम्बी इस किसान यात्रा में सैकड़ों ट्रैक्टर-ट्रॉली व अन्य वाहनों पर किसान सवार हैं । किसान यूनियन के नेता गौरव टिकैत ने कहा कि देश की आजादी के बाद बनी सभी सरकारों ने किसानों के साथ छल करने का काम किया है। उन्होंने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि वर्तमान सरकार भी पूर्व सरकारों की तरह किसान की उपेक्षा कर रही है। किसानों के पक्ष में दावे तो किए जाते हैं, लेकिन काम नहीं होते हैं । उन्होंने कहा कि इस बार किसान आरपार की लड़ाई की मूड में है।
गौरतलब है कि किसान घाट दिल्ली के लिए यह काफिला हरिद्वार से निकला था। हजारों किसान इस यात्रा में शामिल हैं । किसानों के टैक्टर ट्रॉली पर 10 साल से पुराने पर रोक, किसानों की कर्ज माफी और स्वामी रंगनाथन कमेटी की रिपोर्ट को लागू करने जैसी इनकी मुख्य मांगे हैं। किसानों के अनुसार मोदी सरकार ने सत्ता में आने से पूर्व किसानों से जो वादे किए थे, उनमें से एक भी वादा पूरा नहीं किया गया। किसानों का पिछले वर्ष का गन्ना पेमेंट अभी तक नहीं हुआ और न ही सरकारों ने किसी शुगर मिल अधिकारी के खिलाफ कोई कार्रवाई की है। इसके अलावा डीजल लगातार बढ़ रहे दाम के खिला शांतिदूत राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जन्म दिवस पर दिल्ली पहुंचकर अहिंसावादी तरीके से भुखमरी के शिकार किसानों की लड़ाई लड़ेंगे। इस दौरान गौरव टिकैत ने चेताया कि किसान इस लड़ाई को महीनों तक लड़ने के मूड में निकले हैं। इसके साथ ही किसानों ने मांगे नहीं माने जाने पर दिल्ली में डेरा डाल कर बैठने का ऐलान किया है। रैली में कई किलोमीटर लंबा किसानों का हुजूम है, जो गाजियाबाद शहर की तरफ बढ़ रहा है । रास्ते के कई इलाकों के किसान भी इनके समर्थन में शामिल हो रहे हैं ।