गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के अनुसार, गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने शहर के मधुबन बापूधाम योजना के अलावा कोयल एनक्लेव, चंद्रशिला अपार्टमेंट, इंद्रप्रस्थ योजना, वैशाली और मोदीनगर में एलआईजी, एमआईजी और एचआईजी फ्लैट तैयार किए हैं। इनमें से कुछ फ्लैट ऐसे हैं, जो पहले ही बिक चुके हैं। लेकिन, अभी भी इनमें से करीब 1955 फ्लैट ऐसे हैं, जो अभी भी नहीं बिक पाए हैं। इन सभी फ्लैटों में प्राधिकरण के करोड़ों रुपए फंसे हैं। राजस्व इकट्ठा करने के उद्देश्य से अब गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने पहले आओ, पहले पाओ की एक विशेष योजना तैयार की है। इसके लिए बाकायदा शिविर लगाए जा रहे हैं। शिविर में लोगों को जानकारी दी जा रही है और बताया जा रहा है कि बजट के अनुसार यहां पर एलआईजी, एमआईजी और एचआईजी फ्लैट उपलब्ध हैं। लोगों की प्रोफाइल के हिसाब से उन्हें तत्काल प्रभाव से कई बैंकों से लोन भी उपलब्ध कराया जा रहा है। इन फ्लैटों की कीमत करीब 6 लाख से 70 लाख रुपए तक की रखी गई है।
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त्योहारों में तेजी से आ रहे हैं ये मैसेज, मत करियेगा क्लिक वरना खाली हो जाएगा आपका एकाउंट सबसे खास बात यह है कि लोगों को फ्लैट लेने के लिए किसी तरह के ड्राॅ. का इंतजार करने की आवश्यकता नहीं है। पहले आओ और पहले पाओ की योजना के तहत लोग अपना आशियाना खरीद सकते हैं। हालांकि इसके लिए गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने लोहिया नगर स्थित हिंदी भवन में 12 और 13 अक्टूबर को आवंटन के साथ-साथ लोन मेला भी लगाया था। इन 2 दिनों के अंदर जीडीए ने दो करोड़ रुपए में 13 फ्लैट बेचे थे। विकास प्राधिकरण को इसका अच्छा रेस्पॉन्स मिला तो अब इसकी तिथि भी बढ़ा दी गई है। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को इस स्कीम के बाद भरोसा है कि निश्चित तौर पर दिवाली तक यह सभी फ्लैट बेच दिए जाएंगे।