लोगों ने लगाया धोखाधड़ी की आरोप दरअसल मोंटी चड्डा ( Monty Chadha ) पर आरोप है कि उसने गाजियाबाद ( Ghaziabad ) और नोएडा ( noida ) में निवेशकों को कुछ महीने में फ्लैट देने का वादा किया था, लेकिन सालों बीतने के बाद निवेशकों को न तो फ्लैट मिला और न ही पैसे दे रहा था। जिसके बाद बड़ी संख्या में निवेशकों ने मनप्रीत चड्ढा पर शिकायत दर्ज कराई और करीब 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की धोखाधड़ी का आरोप लगाया। लोगों का कहना है कि 11 साल के बाद भी उन्हें प्लॉट नहीं मिले हैं।
अखबार में विज्ञापन देकर सस्ते फ्लैट का दिया था ऑफर
वहीं एक शिकायतकर्ता के मुताबिक गाजियाबाद डेवलपमेंट अथॉरिटी ( Ghaziabad Development Authority ) ने साल 2003 में हाईटेक सिटी डेवलेप करने के लिए एक योजना निकाली थी। इसी में अखबार के जरिए 2005 में मोंदी ने अपनी कंपनी उप्पल चड्ढा हाईटेक डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर अखबारों में विज्ञापन दिए। जिसमें हाईटेक टाउनशिप में अपने प्रोजेक्ट में बुकिंग के लिए डिस्काउंट भी ऑफर किए। उनके प्रोजेक्ट में रोजवुड एन्क्लेव और सन्नीवुड एन्क्लेव, लाइम वुड एंक्लेव और क्रेस्ट वुड एनक्लेव थे, जोकि गाजियाबाद के सेक्टर 7, 15, 16 और 17 में बनने थे। आरोपों के मुताबिक मोंटी चड्ढा ने इस तरह 100 करोड़ से भी ज्यादा की धोखाधड़ी की है।