देवीपाटन मंडल के डीआईजी अमरेंद्र प्रसाद ने गुरुवार को बलरामपुर जिले के कोयलाबास और जारवा क्षेत्र में भ्रमण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। गोंडा बहराइच और बलरामपुर की करीब 295 किलोमीटर नेपाल और भारत की खुली सीमा पर पैनी नजर रखने के साथ-साथ हर आने-जाने वाले व्यक्तियों की सघन चेकिंग करने के निर्देश दिए। डीआईजी ने भारत नेपाल सीमा सुरक्षा में तैनात सशस्त्र सीमा सुरक्षा बल एवं नेपाल देश के अधिकारियों से वार्ता कर दोनों देशों की सीमाओं पर आवागमन करने वाले व्यक्तियों तथा वाहनों की जांच करने के बाद ही आने जाने की अनुमति जाए। उन्होंने कहा कि ऐसे क्षेत्र जहां पर अवैध रूप से सीमा में प्रवेश करने की संभावना हो वहां पर कड़ी निगरानी की जाए। तथा प्रत्येक गतिविधियों की जानकारी त्वरित रूप से संबंधित अधिकारियों को दी जाए। डीआईजी ने कहा कि सशस्त्र सीमा बल के अधिकारी कर्मचारी पूरी सतर्कता के साथ अपनी ड्यूटी का निर्वहन करें। किसी प्रकार की अवैध आवागमन की गतिविधि पर रोकथाम लगाना सुनिश्चित करें। उन्होंने जिले की पुलिस और अधिकारियों से कहा कि सीमा क्षेत्र में ग्रस्त बढ़ाया जाए। तथा सीमा सुरक्षा बलों से आपसी समन्वय बनाकर अराजक तत्व के विषय में जानकारी लेते हुए तत्काल कार्यवाई की जाए।
हवाई गतिविधियों पर भी रखें नजर देवीपाटन मंडल के डीआईजी अमरेंद्र प्रसाद ने कहा कि सीमा क्षेत्र में किसी भी दशा में अवैध रूप से ड्रोन इत्यादि का प्रयोग किसी भी को न करने दिया जाए। यदि आवश्यकता हो तो तत्काल संबंधित अधिकारियों से वार्ता की जाए।
सीमा से सेट होटल रेस्टोरेंट में बिना वैद्य पहचान पत्र के किसी को ठहरने ना दिया जाए सीमा से सटे कस्बों के होटलों,रेस्टोरेंट,बस अडडे,रेलवे स्टेशन एवं ऐसे स्थानों सरकारी भवनों जिनका प्रयोग किसी अनजान व्यक्ति द्वारा ठहरने आदि के लिये किया जा सकता है। गनता से चेकिंग की जाये। तथा समस्त होटलों,रेस्टोरेंट संचालकों को निर्देशित किया जाये कि बिना वैध पहचान पत्र के किसी भी व्यक्ति को ठहरने ना दिया जाये। खुफिया एजेंसियां और स्थानीय सूचना इकाई को सक्रिय किया जाए। डीआईजी के साथ पुलिस अधीक्षक बलरामपुर सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।