बुलडोजर तैयार है, जरूरत पड़ने पर उसके घर पर चलेगा। इसके लिए 25-40 हजार रुपये खर्चा आएगा। खाते में भेज दों। गगहा क्षेत्र के रहने वाले अरविंद और कोतवाली क्षेत्र घंश्याम पाण्डेय सामने चार लोगों के पास इस तरह के फोन आ चुके है। सभी ने साइबर सेल में शिकायत की है।
गगहा के अरविंद के पास चार दिन पहले उनके पास अनजान नंबर से फोन आया। वह खुद को पुलिस कार्यालय का कर्मचारी बताया। बोला, साहब आपकी शिकायत पर गंभीर है, आरोपित को गिरफ्तार करने के लिए टीम गठित कर दी है। जल्द ही टीम उसे पकड़ने के लिए जाएगी, बुलडोजर भी साथ जाएगा। जरूरत पड़ने पर उसके घर पर चलाया जाएगा। इसमें 30 हजार रुपये खर्च आएंगे। इसके बाद उसने रुपये भेजने के लिए खाता नंबर बताया।
इसके बाद अरविंद झांसे में आकर रुपये देने जा रहा था लेकिन किसी के कहने पर वह पूछताछ करने थाने पर पहुंच गया तो पता चला वह फर्जी फोन है। कोतवाली के जगन्नाथपुर निवासी घनश्याम ने बताया कि उनका रुपये के लेन देने संबंधित मामला चल रहा है। इसे लेकर वह पुलिस कार्यालय पहुंचकर अधिकारियों से शिकायत भी दर्ज कराएं है। उनके पास भी अनजान नंबर से फोन आया और उसने कार्यालय का कर्मचारी बताकर एसओजी टीम गठित करने की बात करते हुए 25 हजार रुपये मांगे। बातचीत के दौरान आशंका होने पर उन्होंने पुलिस से शिकायत की है।
एसपी क्राइम सुधीर जायसवाल ने कहा कि इंटरनेट मीडिया के माध्यम से शिकायत करने वालों का फोन नंबर जालसाज पा जा रहे हैं। इसके अलावा जनसेवा केंद्र व आनलाइन सर्वे से भी लोगों का नंबर उनके तक पहुंच जा रहा है। इसके बाद वह फोन कर नए-नए तरीके से ठगी की बात कर रहे हैं। अभी तक बिजली के बिल, बाहर पढ़ने गये लोगों, कस्टमर केयर, बीमा एजेंसी कर्मचारी, रिश्तेदार बनकर जालसाजी का मामला सामने आ चुका है। अब जालसाजों ने नया तरीका निकाला है। लोगों को इससे सर्तक रहने की जरुरत है।