पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि आरोपी इंजिनियर की गर्लफ्रेंड कंपनी में नौकरी करती थी। जब उसने नौकरी छोड़ दी तो कंपनी प्रबंधन ने आरोपी की गर्लफ्रेंड की सैलरी रोक दी। जिससे नाराज होकर इंजिनियर ने कंपनी मालिक को सबक सिखाने के लिए ये पूरा प्लान तैयार किया। वहीं पुलिस का कहना है कि पकड़े गए पूर्व ब्लॉक प्रमुख के बेटे पर गुंडा एक्ट, गैंगस्टर समेत 8 मुकदमे दर्ज हैं।
इस बाबत जानकारी देते हुए सीओ ग्रेटर नोएडा-3 राजीव कुमार ने बताया कि रैकी एम फाइबर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के मालिक विकास मिश्रा व सीईओ रोहन सेठ से फोन पर 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगने की शिकायत दर्ज कराई गई थी। जिसके बाद 3 बदमाश फॉर्च्यूनर गाड़ी से मंगलवार को कंपनी में पहुंचे और कंपनी के सीईओ रोहन सेठ को उनके ऑफिस में ही बंधक बना लिया। इस दौरान आरोपियों ने रंगदारी न देने पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी। पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए बुधवार को रणजीत निवासी सुल्तानपुर, दीपक निवासी देवटा और सौरभ निवासी धनौरा, बुलंदशहर को गिरफ्तार कर है।
सीओ ने बताया कि इन आरोपियों के पास से एक फॉर्च्यूनर गाड़ी बरामद की गई है। साथ ही जांच में पता चला है कि रणजीत (इंजीनियर) की गर्लफ्रेंड इसी कंपनी में नौकरी करती थी। करीब पंद्रह दिन पहले युवती ने नौकरी छोड़ दी। जिसके बाद कंपनी प्रबंधन ने युवती की सैलरी रोक दी। ये बात जब युवती ने अपने प्रेमी रणजीत को बताई तो उसने कंपनी मालिक को सबक सिखाने के लिए दीपक व सौरभ के साथ मिलकर रंगदारी मांगने की साजिश रची।