घर में नहीं थी आइसोलेट होने की जगह
ऐहतियात के तौर पर उसे भर्ती कराया गया था। जो भी स्वस्थ होकर घर लौट चुका है। वहीं जो 6 मरीज पीजी कॉलेज में बने कोविड केयर सेंटर में भर्ती हैं, उन्हें यहां इसलिए आना पड़ा क्योंकि उनके पास घर में आइसोलेट होने पर्याप्त जगह नही थी।
बगैर चिकित्सक को दिखाए नहीं ले दवाएं
कोरोना मरीजों का पिछले तीन सालों से लगातार इलाज कर रहे डॉक्टर का कहना है कि गुना जिले में अब तक मिले कोरोना पॉजिटिव मरीजों में किसी की भी हालत गंभीर सामने नहीं आई है। एक भी मरीज को ऑक्सीजन की जरूरत भी नहीं पड़ी है। सुखद बात यह है कि ज्यादातर मरीज 7 दिन के भीतर ही स्वस्थ हो चुके हैं। इन सबके बावजूद लोगों को बदलते मौसम में सर्दी, जुकाम, खांसी को हल्के में नहीं लेना है, क्योंकि यदि वे इसे मौसमी बीमारी मानकर डॉक्टर को दिखाए बिना ही मेडिकल से दवा लेकर ठीक होने का प्रयास करेंगे तो यह गलती भारी पड़ सकती है। इसके भी कई उदाहरण सामने आ चुके हैं। जिनमें कर्इ परिवारों के पूरे सदस्य संक्रमित हो गए। जिनमें माता-पिता से लेकर छोटे बच्चे शामिल हैं।
मौसम के कारण भी हो सकती है समस्या
चिकित्सक के मुताबिक मौसम में जरा सा बदलाव या ज्यादा ठंडी चीजें खा लेने की वजह से या फिर अन्य कारणों से बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक में खांसी की समस्या हो सकती है। खांसी की समस्या होने पर गले में खराश और दर्द भी होने लगता है। खांसने पर शरीर के वायु मार्ग से कई बार बलगम भी बाहर आता है। खांसी सूखी भी हो सकती है और बलगम वाली भी आयुर्वेद के अनुसार जब शरीर में वात, पित्त और कफ इन तीनों दोषों का असंतुलन होता है तो व्यक्ति को खांसी होती है। किसी तरह के इफेक्शन, सर्दी या फ्लू, प्रदूषण, धूल मिट्टी या अधिक धूम्रपान करने के कारण भी खांसी की समस्या हो सकती है।
सूखी खांसी कोरोना के सामान्य लक्षण
विशेषज्ञ चिकित्सक के अनुसार कोरोना संक्रमण की बात करें तो सूखी खांसी कोरोना वायरस का सबसे सामान्य लक्षण हैं। एक रिपोर्ट की मानें तो कोरोना वायरस से संक्रमित 60 से 82 प्रतिशत मरीजों में शुरुआत में सूखी खांसी की समस्या देखने को मिलती है। सूखी खांसी का मतलब है खांसते वक्त बलगम का बाहर न आना, यानी कि यदि व्यक्ति को अचानक सूखी खांसी की समस्या महसूस हो रही है तो उसे अपना कोरोना टेस्ट करवा लेना चाहिए। इस मौसम में बारिश में भींगने से बचें, ठंडी चीजों का सेवन न करें, सर्दी, खांसी और जुकाम होने पर जांच कराकर अवश्य दवा लें। मास्क अवश्य लगाए। मौसम के हिसाब से बच्चों को कपड़े पहनाएं।
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बदलते मौसम में सर्दी, जुकाम, खांसी होना सामान्य बात है, लेकिन वर्तमान में कोरोना संक्रमण काल चल रहा है। हर दिन पॉजिजिव मरीज मिल रहे हैं। ऐसे में इसे हल्के में न लें। अस्पताल में आकर फीवर क्लीनिक पर जांच कराएं। पिछले काफी समय से अस्पताल की कुल ओपीडी में 40 प्रतिशत मरीज सर्दी, जुकाम, खांसी और बुखार के आ रहे हैं। लक्ष्मण के आधार पर हम ज्यादातर को फीवर क्लीनिक में कोरोना जांच के लिए भेज रहे हैं और उनमें से पॉजिटिव भी निकल रहे हैं।
-डॉ सुनील यादव, एमडी