उन्होंने कहा कि तरनतारन बम धमाके में जिन दो युवकों की मौत हुई है और एक घायल हुआ है। ये सारा खुलासा घायल युवक ने ही किया है। हालांकि इस घटना के पीछे आतंकी संगठनों का हाथ है या नहीं, इस पर कैप्टन कुछ नहीं बोले, लेकिन उन्होंने इतना जरूर कहा कि केस की जांच में एनएसए को साथ जोड़ दिया गया है। गौरतलब है कि तरनतारन ( Tarantaran Blast ) और बटाला फैक्टरी कांड ( Batala Factory Incident ) के बाद पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह शुक्रवार को बटाला पहुंचे थे। वहां उन्होंने सिविल अस्पताल जाकर घायलों का हाल जाना और फिर घटनास्थल का दौरा भी किया।
अब चेता प्रशासन हुई कार्रवाई
बटाला की पटाखा फैक्टरी में ब्लास्ट के 10 घंटे के अंदर पुलिस ने कादियां और बटाला की 7 पटाखा फैक्टरियाें काे सील ( Crackers Factory Sealed ) कर दिया। यानी पुलिस काे सब पता था कि कहां-कहां अवैध पटाखा फैक्टरियां चल रही हैं। जिन 7 फैक्टरियों को पुलिस ने सील किया, उनमें से कादियां में एक फैक्टरी डीएसपी कार्यालय के बिल्कुल बगल में और बटाला में एक दुकान एसएसपी कार्यालय से 300 मीटर दूरी पर चल रही थी। दुकान में हर तरह का पटाखा मिलता है। अब सवाल उठ रहे हैं कि अगर ये पटाखा फैक्टरी मालिक नियमानुसार काम कर रहे हैं, तो फिर हादसे के बाद यह कार्रवाई किस लिए।