सहालग का सीजन होने के कारण लगभग सभी दुकानों में भीड़ थी, अचानक आग लगने से पूरे बाजार में अफरा-तफरी मच गई थी। ४ बजे दमकल दस्ता वापस चला गया एक बंद दुकान से फिर धुुंआ दिखा तो फायर ब्रिगेड को फोन किया तो दोबारा से दो गाड़ी आई और आग को बुझाया गया। आग को बुझाने के लिए दमकल की पांच गाडि़यां पानी लगा। फायर ब्रिगेड चाबी पार्किंग की वजह से भी 15 मिनट लेट अंदर पहुंच पाई।
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दूसरी दुकानें बचीं
जिस दुकान में आग लगी थी, उसके आसपास विवाह आदि का सामान की दुकानें हैं जहां आंशिक नुकसान था। अगर यह आग रात के समय लगती तो पूरी मार्केट आसपास की लगभग ६० दुकानों के लिए घातक साबित हो सकती थी।
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यह हुआ है नुकसान
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बेतरतीब लगे मीटर, खस्ता सप्लाई लाइन
मार्केट के तहखाने में सभी दुकानदारों के मीटर बेतरतीब लगे थे, इसके साथ ही सप्लाई लाइन भी बहुत ही कमजोर और अस्त-व्यस्त नजर आईं। दुकानदारों का कहना है कि कुछ समय पहले इन मीटर्स को व्यवस्थित करने के लिए आवेदन दिया था, लेकिन बिजली कंपनी के अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया। अब जो आग लगी है, वह सबसे पहले नीचे ही लगी और थोड़ी ही देर में व्यवसाई अनिल कपूर की दुकानों को चपेट में ले लिया।
सिपाही की हिम्मत : आग के बीच हिम्मत कर पुलिस सिपाही मथुरादास अंदर घुस गए। इसके बाद उन्होंने अंदर की स्थिति की जानकारी बाहर आकर दी और स्वयं भी आग पर नियंत्रण पाने के प्रयास में लग गए।