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बच्चों को नई तकनीक के साथ इतिहास और संस्कृति से परिचय कराएं: कैप्टन अचिन पिल्लई

आइटीएम ग्लोबल स्कूल

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बच्चों को नई तकनीक के साथ इतिहास और संस्कृति से परिचय कराएं: कैप्टन अचिन पिल्लई

बच्चों को नई तकनीक के साथ इतिहास और संस्कृति से परिचय कराएं: कैप्टन अचिन पिल्लई

ग्वालियर.

आइटीएम ग्लोबल स्कूल में ग्रेजुएशन सेरेमनी ‘सोलीमनिटास-2023’ का आयोजन किया गया। स्कूल के ग्रेड केजी, ग्रेड-5, ग्रेड-8, ग्रेड-10, ग्रेड-12 के स्टूडेंटस को उनके स्कूली एजुकेशन का एक फेज पूरा करने के लिए ग्रेजुएशन सर्टिफिकेट दिए गए। कार्यक्रम में एयरफोर्स ग्वालियर से ग्रुप कैप्टन अचिन पिल्लई उपस्थित रहे। साथ ही र्आटीएम ग्लोबल स्कूल की चेयरपर्सन रूचि सिंह चौहान, प्रिंसिपल डॉ. सुजाश भट्टाचार्य, डीन अकाडेमिक अनीता मित्तल, सीएओ रेणु अग्रवाल उपस्थित रहे।

पूर्वज और शहीदों को हमेशा याद रखें
ग्रुप कैप्टन अचिन पिल्लई ने स्टूडेंट्स को ग्लोबल, विजन, मिशन और वैल्यूज के बारे में अपनी जड़ों को संजोने और हमारे राष्ट्र के ऐतिहासिक संदर्भ को समझने के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने स्नातक छात्रों से अपने पूर्वजों के बलिदान को याद रखने और देश की समृद्ध विरासत पर गर्व करने को कहा। किया। उन्होंने कहा कि आप चाहे एक इंजीनियर, डाक्टर, शिक्षक या मेरे जैसे सशस्त्र बलों में हो, आप जो भी पेशा चुनें उसका उद्देश्य देश और उसके लोगों के उत्थान के लिए हो।

बड़े होकर देश की प्रगति में साथ दें
उन्होंने साइबर युद्ध की बढ़ती चिंता को उजागर करते हुए स्टूडेंट्स को विदेशी शक्तियों द्वारा युवाओं के साथ संभावित छेड़छाड़ के बारे में आगाह किया। उन्होंने इन खतरों के प्रति जागरूक रहने और साइबर हमलों और गलत सूचना अभियानों से बचाने के लिए खुद को और दूसरों को शिक्षित करने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा देश को सशक्त बनाने के लिए मेक इन इंडिया प्रोग्राम शुरू किया गया। इसके माध्यम से देश के युवाओं को भविष्य गढऩे के लिये तैयार किया जा रहा हैे। वर्तमान में आमने-सामने का युद्ध नहीं बल्कि युवा पीढ़ी का माइंड सेट कर हमारी संस्कृति को खत्म करने का युद्ध है। युवा पीढ़ी का माइंड सेट कर हमारी संस्कृति को खत्म करने की साजिश रची जा रही है और यह सब सोशल साइट्स पर गलत और भ्रामक जाकारियों के माध्यम से किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्कूल में बच्चों को नई-नई तकनीक के साथ-साथ इतिहास और संस्कृति से परिचय कराएं। उन्होंने कहा कि बच्चों को अपना ज्ञान बढ़ाने के लिए अखबार और प्रसिद्ध राइटर्स की किताबें पढऩे के लिए आव्हान किया। उन्होंने कहा कि हम एक पुनर्जीवित भारत का सपना देखते हैं, ताकि भारत सोने की चिडिय़ा का दर्जा फिर से हासिल कर सके और हमारे युवाओं के अटूट समर्थन से, वह सपना वास्तविकता बन सकता है।

सफलता पाने का कोई शॉर्टकट नहीं होता
स्कूल की चेयरपर्सन रूचि सिंह चौहान ने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण अवसर है, भावनाओं से भरा दिन है, क्योंकि हम अपने प्यारे छात्रों, विशेषकर छोटे बच्चों को अपने जीवन के एक नए अध्याय में कदम रखते हुए देख रहे हैं। अपने सामने उन प्रसन्न चेहरों को देखकर, मैं खुशी और गर्व से अभिभूत हूं। जैसे-जैसे आप आगे बढ़ें, मैं आप सभी को याद दिलाना चाहती हूं कि आप हमेशा जीवन में छात्र बने रहें। निरंतर सीखने और न सीखने की भावना को अपनाएं। क्योंकि यह सिर्फ एक छात्र ही कर सकता है। उन्होंने कहा कि याद रखें, स्कूल में आप जो पाठ सीखते हैं, वह पाठ्यपुस्तकों और परीक्षाओं से कहीं आगे तक जाता है। वे पाठ आपको सिखाते हैं कि कैसे अनुकूलन करें, कैसे लचीला बनें और जीवन के उतार-चढ़ाव को कैसे संभालें। इस माहौल में आप असफलताओं को सफलता की सीढ़ी के रूप में स्वीकार करना सीखते हैं, और आपको एहसास होता है कि विकास की कुंजी आपकी गलतियों से सीखने की क्षमता है।

जो मूल्य आपके अंदर डाले गए, उनका ध्यान रखें
सफलता का जश्न मनाते समय अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को कभी नजरअंदाज न करें। आपकी भलाई सर्वोपरि है, और दोनों पहलुओं का ध्यान रखने से आगे एक पूर्ण जीवन का मार्ग प्रशस्त होगा। उन्होंने कहा कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता। कड़ी मेहनत, समर्पण और दृढ़ता ही आपके सपनों को प्राप्त करने के एकमात्र विश्वसनीय रास्ता है। आप में से प्रत्येक के पास दुनिया पर सकारात्मक प्रभाव डालने की क्षमता है, चाहे वह कितना भी बड़ा या छोटा क्यों न हो। जैसे-जैसे आप आगे बढ़ें, आईटीएम ग्लोबल स्कूल में आपके अंदर पैदा किए गए मूल्यों- दया, सहानुभूति और करुणा को अपने साथ ले जाएं। जिम्मेदार नागरिक बनें और इस दुनिया को सभी के लिए एक बेहतर जगह बनाने का प्रयास करें।