केस:2 मामा का बाजार निवासी सुहैल खान के पास एक फोन आया। फोन करने वाले ने कहा कि आपका नंबर कंपनी ने सिलेक्ट किया है। आपकों इनाम मं कार मिलेगी। इसके लिए एटीएम कार्ड का नंबर बता दे। लालच में आकर सुहैल ने उसे नंबर बता दिया। कुछ देर बाद सुहैल केखाते से २० हजार रुपए निकल गए।
ऑन लाइन ठगी के लिए साइबर सेल थाने बनाए गए है। जहां इस प्रकार की शिकायतें कर सकते है। अगर आपके साथ ठगी हुई है तो तुरंत उस थाने में जाकर बताए। कई बार थाने में शिकायत होने के बाद खाते में भी पैसे बापस आए है। इसलिए जितनी जल्दी हो ठगी के बाद पुलिस थाने में शिकायत करनी चाहिए।
इस प्रकार की ठगी में बिहार की गैंग सामने आई है। बताया जाता है कि पढ़े लिखे लोग इस ठगी को अंजाम देने में लगे हुए है। वह अलग-अलग नंबरों से फोन करते है ताकि पुलिस उन्हें पकड़ न सके। कई बार पुलिस की टीम बिहार भी गई लेकिन ठग पकड़े नहीं गए।
-किसी अंजान कॉल और ईमेल पर अपने बैंक खाते संबंधी जानकारी न दे -आपका बैंक खाता क्रमांक, एटीएम का पिन नंबर किसी का बताए नहीं
-एटीएम कार्ड पर वर्णित १६ डिजिट का नंबर भी नहीं बताएं
इनका कहना है यदि आपके पास किसी बैंक का नाम लेकर फोन कॉल या ई मेल पर बैक एकांउट या एटीएम संबंधी जानकारी मांगी जाए तो न दे। तत्काल बैक शाखा प्रबंधक से संपर्क करें। पुलिस को भी सूचना दे।
नवनीत भसीन एसपी ग्वालियर