लक्जरी कार में घूमने निकले थे दोस्त
पुलिस ने बताया है कि आनंद नगर निवासी हिमांशु (३३) पुत्र रामनिवास पचौरी का मर्डर हुआ है। रामनिवास बरुआ में शिक्षक और पत्नी स्नेहलता मानसिक आरोग्य शाला में नर्स हैं। हिमांशु उनका इकलौता बेटा था। उसे शराब और स्मैक की लत थी। उसे पूरा करने के लिए हिमांशु सूदखोरों से उधार पैसा भी लेता था। हिमांशु को रात करीब १० बजे लोगों ने पिंकी किरार निवासी कोटेश्वर रोड के साथ लक्जरी कार में आनंद नगर फिर उरवाई गेट जाते हुए देखा था। उसके साथ बंटी, सोनू किरार के अलावा तीन युवक भी कार में थे। ये सभी किला तलहटी में पहुंचें और वहां शराब पी। इसी दौरान किसी बात पर साथियों ने हिमांशु के गले में छुरी घोंपी और सात फीट गहरी खंदक में धकेल कर सिर व चेहरा पत्थर से कुचला। इनमें पिंकी किरार पर हत्या के प्रयास सहित करीब १२ मामले दर्ज हैं। कार मालिक को पुलिस उठा लाई है।
घर आकर दी थी धमकियां
मृतक की मां स्नेहलता पचौरी ने बताया कि हत्यारों ने मेरा घर उजाड़ दिया। पिंकी, सन्नी और सत्यभान से हम तंग थे। कुछ दिन पहले इन लोगों ने घर आकर धमकियां भी दी थीं। एक साल पहले एक्सीडेंट में दामाद की मौत हुई थी, अब हत्यारों ने बेटा छीन भी लिया है।
सवा महीने पहले ही आया था घर
पिता रामनिवास पचौरी का कहना था बेटे हिमांशु को आरक्षक सत्यभान सिंह, गेंडेवाली सड़क निवासी सन्नी श्रीवास्तव और पिंकी किरार अक्सर घर आकर धमकियां देते थे। करीब दो महीने पहले बेटी रिया ने एसपी डॉ.आशीष से सत्यभान की शिकायत भी की थी तो सिपाही ने घर आकर माफी मांगी थी। इनकी संगत से हिमांशु को दूर करने के लिए अलीगढ़ भेजा था। करीब सवा महीने पहले ही वह लौटा था। रामनिवास का कहना था बेटे की बेहरमी से हत्या करने वाले उनके परिवार के लिए खतरा बन सकते हैं। सुरक्षा के लिए उन्हें बंदूक का लाइसेंस चाहिए।
नशे में उड़ाता था कमाई
नितिन शर्मा निवासी रामदास घाटी ने बताया बहन जूली की शादी करीब 9 साल पहले हिमांशु से की थी। हिमांशु माता पिता की कमाई नशे में उड़ाता था। कुछ दोस्तो से उनसे पैसा उधार ले रखा था। रकम लौटाने के बावजूद उस पर उधारी बकाया था। हिमांशु की हरकतों से तंग आकर जूली भी करीब एक महीने से मायके में है।