समाज की सारे रीति रिवाजों और घर परिवार के लोगों को छोड़ कर इन लड़कियों ने समलैंगिक विवाह कर एक दूसरे का दामन हमेशा के लिए थाम लिया है। साथ जीने मरने की कसमें खाकर इस समलैंगिक जोड़े ने रजिस्ट्रार ऑफिस को प्रार्थना पत्र देकर पुलिस द्वारा उन्हें जुदा न करने की गुहार भी लगाई है। इस समलैंगिक जोड़ों को देखने के लिए कोर्ट परिषद में लोगों का तांता लगा रहा।
पिछले 6 सालों से है संबंध जानकारी के अनुसार, मामला हमीरपुर जिले के राठ कोतवाली क्षेत्र का है। यहां रहने वाली दीप शिखा (28) और अभिलाषा (30) के संबंध पिछले 6 सालों से हैं। दीप शिखा ने बताया कि उनके परिजनों ने उनकी मर्जी के खिलाफ उनकी शादी करवा दी थी। लेकिन दोनों अपने पति के साथ नहीं रहना चाहती। बता दें कि अभिलाषा के पास एक बेटा भी है। दोनों की शादी के बाद भी दोस्ती खत्म नहीं हुई।
समलैंगिक शादी से जुड़ा नहीं है कोई आदेश शुक्रवार को दोनों जिला मुख्यालय के रजिस्ट्रार कोर्ट समलैंगिक विवाह के लिए पहुंची। लेकिन रजिस्ट्रार ने समलैंगिक शादी से जुड़ा कोई भी जिओ विभाग में न पहुंचने का हवाला देकर दोनों की शादी से इंकार कर दिया। लेकीन शादी की जिद पर अड़ी दोनों लड़कियों ने एक दूसरे को जयमाला पहनाकर शादी कर ली।
उन्नाव की दो बहनों ने मुंबई में रचाई शादी बता दें कुछ दिन पहले उन्नाव के अजगैन क्षेत्र के एक गांव की लड़की ने मुंबई जाकर सगे चाचा की बेटी से शादी रचा ली। लड़की के लापता होने पर परिजनों ने कोतवाली में तहरीर देकर जबर्दस्ती भगा लेने जाने की तहरीर दी मगर पुलिस ने समलैंगिक विवाह को लेकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश को संज्ञान में लेते हुए हाथ खड़े कर लिए। परिजनों के मुताबिक युवती की मुंबई में रहने वाले चाचा की लड़की से फोन पर अक्सर बातचीत होती थी। इसी बीच दोनों में प्यार हो गया। एक महीना पहले चाचा की लड़की ने उसका हवाई जहाज का टिकट बुक कराकर कोरियर से गांव भेज। मुंबई आने की विधिवत जानकारी पड़ोस में रहने वाले रिश्तेदारों को दी। पड़ोसी रिश्तेदार लड़की को लेकर लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचे और मुंबई भेज दिया। मुंबई में दोनों लड़कियों ने समलैंगिक विवाह कर लिया।