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– डॉक्टरों ने लेप्रोस्कोपिक सर्जरी की जगह एक नई तकनीक, “पर्क्यूटेनियस नेफ्रोलिथोटॉमी” (पीसीएनएल) का इस्तेमाल किया.
– पीसीएनएल में छोटे छेद करके कैमरा और लेजर की मदद से पथरी को निकाला जाता है.
– इस तरीके से मरीज को कम तकलीफ होती है और जल्दी ठीक होने में भी मदद मिलती है.
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– उनकी किडनी सिर्फ 27% ही काम कर रही थी.
-डॉक्टरों की टीम ने लेप्रोस्कोपिक सर्जरी की मदद से 2 घंटे में सारी पथरी निकाल ली.
-इस तरीके से मरीज को कम तकलीफ हुई और वो जल्दी ठीक हो सकेंगे.
ये ऑपरेशन एक बड़ी कामयाबी है और भविष्य में ऐसे मरीजों के लिए उम्मीद जगाता है.