गठिया में होने वाले दर्द से आराम पाने में यूकेलिप्टस आपकी मदद कर सकता है। आप यूकेलिप्टस को बादाम के तेल के साथ मिला के जोड़ों में लगा सकते हैं। ये जोड़ों में होने वाले दर्द से आराम दिलाने में आपकी मदद करेगा। इसलिए कोशिश करें कि दिन में एक बार यूकेलिप्टस को बादाम के तेल के साथ हल्का सा गर्म करके जरूर मालिश करें। ताकि दर्द को कम करने में ये आपकी मदद कर सके।
अदरक का उपयोग तो आप रोजाना करते ही होंगें। अदरक में नैचुरली एंटी-इन्फ्लेमेटरी जैसे तत्त्व पाए जाते हैं। जो दर्द को कम करने में आपकी मदद कर सकते हैं। आप अदरक का सेवन अनेकों प्रकार से कर सकते हैं। इसे शहद के साथ घिस कर सेवन कर सकते हैं। अदरक को भूंज के भी खा सकते हैं। वहीं अदरक के तेल को दर्द वाली जगह में भी लगा सकते हैं। ये दर्द को कम करने में और रक्त के संचार को बढ़ाने में आपकी मदद करेगा।
हल्दी का सेवन तो आप सभी करते ही होंगें। हल्दी में एंटी ऑक्सीडेंट्स और एंटी इंफ्लेमेटरी जैसे तत्त्व पाए जाते हैं। इसे आप आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों के रूप में खा सकते हैं। हल्दी में करक्यूमिन नामक तत्त्व पाया जाता है। जो बॉडी में सूजन को कम करने में मदद करता है। और दर्द से भी आराम दिलाता है।
अश्वगंधा का सेवन शरीर से यूरिक एसिड की मात्रा को कम करने में आपकी मदद कर सकता है। अश्वगंधा वहीं गठिया के सूजन को कम करने में मदद करता है। जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद करता है। आप अश्वगंधा का सेवन दूध के पाउडर के साथ कर सकते हैं। अश्वगंधा का सेवन स्ट्रेस को कम करने में आपकी मदद कर सकता है।
इस जड़ी-बूटी का इस्तेमाल आप कई स्वास्थ्य समस्याओं से लड़ने के लिए कर सकते हैं। मुलेठी की बात करें तो इसमें ग्लाइसिराइजिन नामक एक तत्त्व पाया जाता है। जो सूजन को कम करने में आपकी मदद कर सकता है। ये बॉडी में फ्री रेडिकल्स के लक्षण से बचाने में असरदार होता है। मुलेठी का सेवन आप पाउडर के रूप में भी कर सकते हैं। ये गठिया जैसी बीमारी में दर्द को कम करने में भी कारगर होता है।