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यूएफओ पर गंभीर होना ठीक, बाजार को भी कम न समझें

locationनई दिल्लीPublished: May 12, 2021 07:52:51 am

इंसानों की अनुकूलन क्षमता की तरह बाजारों की क्षमता को भी कम नहीं आंकना चाहिए, ‘एलियन’ के साथ भी वॉल स्ट्रीट पर बिजनेस जारी रहेगा ।अधिकांश लोग भरोसा नहीं करते, पर एलियन के विचार के आदी हैं।

यूएफओ पर गंभीर होना ठीक, बाजार को भी कम न समझें

यूएफओ पर गंभीर होना ठीक, बाजार को भी कम न समझें

टाइलर कोवेन, स्तम्भकार

अंतरिक्ष और पृथ्वी के बीच क्या कहीं एलियन का अस्तित्व है? सदियों से अनसुलझे इस सवाल को अमरीकी रक्षा विभाग पेंटागन हाल ही तब सुर्खियों में ले आया जब उसकी ओर से पुष्टि की गई कि यूएफओ यानी ‘अनआइडेंटिफाइड फ्लाइंग ऑब्जेक्ट’ के हाल ही लीक हुए फोटो व वीडियो 2019 में नौसेना पायलटों ने ही खींचे थे। अब जबकि पेंटागन यूएफओ को गंभीरता से ले रहा है तो जरूरी है कि इस कहीं ऐसा तो नहीं कि अमरीका इस अज्ञात अद्भुत खगोलीय विषय के कुछ और सांसारिक पहलुओं पर भी विचार किया जाए – जैसे कि, बाजार के लिए इसके क्या मायने होंगे।

एलियन और यूएफओ से संबंधित आंकड़ों से कोई निष्कर्ष निकले, ऐसा संभवत: नहीं होगा, पर यदि एलियन-यूएफओ संबंधी घटनाएं घटती रहीं तो कौन-सी कीमतें बदलेंगी? या, बाजार की शब्दावली में सवाल होना चाहिए – अल्फा तारामंडल में अल्फा कहां है? मान लेते हैं कि अमरीकी सरकार अपने वादे के मुताबिक यूएफओ के बारे में जानकारी साझा करने का निर्णय करे और कई सीनेटर प्रेस कांफ्रेंस कर कहें कि एलियन की मौजूदगी से इनकार नहीं किया जा सकता। ऐसा होना बहुत मुश्किल है। हो सकता है इससे और कुछ हो न हो, वीआइएक्स (अस्थिरता सूचकांक) बढ़ सकता है, क्योंकि सटोरिये मान सकते हैं कि इस घोषणा के पीछे और बहुत कुछ है। लेकिन जैसे ही निवेशकों को अहसास होगा कि कहीं कोई ‘हरित प्राणी’ यानी एलियन मौजूद नहीं है और सीनेटर भ्रमित हैं तो वीआइएक्स संभवत: सामान्य स्तर पर लौट आएगा।

अगर सच में एलियन हमारे बीच हैं तो वे दुनिया में घट रही घटनाओं पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दिखाने या उन्हें प्रभावित नहीं करने को लेकर दृढ़ प्रतीत होते हैं। वे न तो हमें कोई क्षति पहुंचाते हैं, न ही हमारी रक्षा करते हैं, जैसे कि कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी का इलाज नहीं सुझाते, विश्व शांति में कोई योगदान नहीं देते या गणित की जटिल पहेली गोल्डबाक्स कनजेक्चर को सिद्ध नहीं करते। अगर एलियन हैं और उनके वाहन भी हैं तो नौसेना के पायलटों के नजदीक आने पर वे गायब हो जाते हैं। निस्संदेह निवेशक इस बात से अनजान हैं कि ये एलियन ड्रोन शायद ही उन पर हमेशा नजर रखने वाले हों। अगर इन पर हमारी सैन्य प्रकृति, टीवी शोज का जरा भी असर पड़ता तो वे हमें भूल-भुलैया में उलझा देते। इससे उबरने में सोना या बिटकॉइन आपके काम नहीं आएंगे बल्कि मेरा प्रमुख अनुमान है कि एलियन यूएफओ अमरीकी डॉलर के लिए बुलिश यानी अमरीकी डॉलर की कीमत बाजार में बढ़ाने वाले साबित होंगे। कारण चाहे जो हो, अमरीकी सरकार यूएफओ के अद्भुत विषय से सबसे नजदीक से संबद्ध है।

हो सकता है निकट भविष्य में एलियन के वजूद पर ही विभिन्न मिनी-मार्केट पैदा हो जाएं। ऐसा भी हो सकता है उनके नाम पर धर्म गढ़ दिया जाए, उनकी पूजा होने लगे और एलियन टी-शर्ट पहने लोग आपको अपने आस-पास घूमते नजर आ जाएं। एलियन के नाम पर पर्यटन स्थल विकसित कर लिए जाएं, जहां लोगों को उनकी एक झलक की उम्मीद हो! एलियन के अस्तित्व को मजबूती देने वाले और नॉन-फंगिबल टोकन (ब्लॉकचेन पर क्रिप्टो टोकन) बाजार में आ जाएं तो क्या कह सकते हैं? हो सकता है हॉलीवुड एलियंस पर नई अंतरिक्ष फिल्में बना डाले। इन्हें देखना दिलचस्प होगा, वे हमारे दिलो-दिमाग पर छाएंगे भी, पर साथ ही हमारी दुनिया, हमारी रोजमर्रा की चिंताओं से अलग दुनिया में रहते हुए। हम में से ज्यादातर एलियन की मौजूदगी के विचार के आदी हैं, बिना इनके अस्तित्व पर भरोसा किए। ऐसा ही अमरीकियों के साथ भी है। स्पेस प्रोग्राम और साइंस फिक्शन में ये रुचि तो पैदा करते हैं, पर न तो जीवन के अधिकांश पहलू इससे प्रभावित होते हैं और न ही बाजार।

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