एक रिपोर्ट के मुताबिक आइंस्टीन का यह खिलौना 42.92 लाख रुपए ( 60 हजार डॉलर) में बिक सकता है। इस जर्मन खेल में 520 रंगीन मोती या छोटी बॉल होते हैं, जिन्हें पैटर्न बनाने के लिए पंच-होल फ्रेम में सजाया जाता है। यूनिक चीजों के संग्रह करने वालों के मुताबिक आइंस्टीन का यह दुर्लभ खेल संग्रहणीय है जो युवाओं के लिए सीखने का बेहतरीन टूल है।
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इस खिलौने का आकार में 7.3 लंबा और 1.5 चौड़ा है। एक अनुमान के मुताबिक कहा जा रहा है कि यह खिलौना साल 1870 का है। इस खेल को आइंस्टीन ने अपने पास जीवन भर रखा। इस खेल का उनके शुरुआती विकास में काफी अहम योगदान रहा। उनकी बहन मेजा एप्सिस्टीन ने बताया कि अल्बर्ट ने बचपन में जो भी गेम खेले, वे उनकी काबिलियत के बारे में बताते हैं।
आइंस्टीन जो खेल खेला करते थे इनमें ज्यादातर पजल्स, बिल्डिंग ब्लॉक्स आदि शामिल थे। इस गेम को 18 अप्रैल 1955 में उनके निधन के वक्त एक दोस्त को उपहार में दिया गया था। जिसे 13 हजार डॉलर में उसे बेच दिया गया। इससे पहले यह गेम टोक्यो के मित्सुओ आइडा संग्रहालय में 2005 से 2006 तक एक प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया गया था।
आइंस्टीन का जन्म 14 मार्च 1879 जर्मनी ( Germany ) में हुआ। 1916 में आइंस्टीन की किताब जनरल थ्योरी ऑफ रिलेटिवली का प्रकाशन हुआ मात्र 26 साल की उम्र में आइंस्टीन ने थ्योरी ऑफ रिलेटिविटी लिखी। इसके लिए उन्हें साल 1921 में नोबल पुरस्कार ( Nobel Prize ) से नवाजा गया।