योगी सरकार का बड़ा ऐलान, 15 जून से 32 लाख प्रवासी श्रमिकों को रोजगार दिलाने की तैयारी दो हाथियों (Elphants) के नाम अपनी प्रॉपर्टी करने वाले इस शख्स का नाम अख्तर इमाम है। वह पटना के फुलवारीशरीफ स्थित जानीपुर का रहने वाला है। उसकी उम्र 50 साल है। वह 12 साल की उम्र से हाथियों की सेवा कर रहा है। पारिवारिक विवाद के कारण करीब 10 साल पहले उसकी पत्नी दो बेटों और बेटी के साथ मायके में रहने लगी। उसने अपनी आधी प्रॉपर्टी अपनी पत्नी के नाम कर दी। जबकि बेटे के गलत संगत को देखते हुए उसे हिस्से से बेदखल कर दिया। बाकी जायदााद के पांच करोड़ उसने एरावत संस्था के दो हाथियों के नाम कर दिया है। अख्तर का कहना है कि अगर दोनों हाथियों की मौत हो जाती है, तो उनकी जायदाद संस्था को चली जाएगी।
अख्तर ने बताया कि पहले एक बार उनकी जान लेने की भी कोशिश की गई थी। बदमाश के हाथ में पिस्तौल थी। तब हाथियों ने देख लिया था और जोर-जोर से शोर मचाने लगे थे। जिसके चलते उनकी नींद टूट गई थी। जिससे अपराधी अपने साजिश (Conspiracy) में कामयाब नहीं हो पाए। अख्तर का आरोप है कि उसका बड़ा बेटा आपराधिक प्रवृत्ति का हैसज्ञ। वह जायदादा हड़पने के लिए पशु तस्करों के साथ मिलकर हाथी को भी बेचने की कोशिश कर रहा था, लेकिन वह कामयाब नहीं हुआ। इसलिए इन दिनों अख्तर पुलिस प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहा है।