ये बच्चे पढ़ सकें इसलिए कई स्कूल अब भी ऑफलाइन के साथ ऑनलाइन क्लास भी लगा रहे हैं। डेढ़ महीने से स्कूल 50 फीसदी उपस्थिति के साथ ही संचालित हो रहे थे। सरकार से सौ फीसदी उपस्थिति से कक्षाएं लगाने की हरी झंडी मिलने के बाद माना जा रहा था कि फिर से स्कूलों में चहल-पहल लौट आएगी। ऑनलाइन क्लासेस बंद होने के भी आसार जताए गए। लेकिन, कई अभिभावक अब भी बच्चों को स्कूल भेजने से बच रहे है। बड़ी वजह कोरोना का डर बताया जा रहा है।
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शिक्षकों ने जब स्कूल नहीं आने वाले बच्चों के अभिभावकों से संपर्क किया तो ज्यादातर ने कोरोना का ही हवाला दिया है। दरअसल, स्कूल भले ही पूरी क्षमता से खुल गए हैं लेकिन, बच्चों की ऑफलाइन क्लास के लिए सहमति पत्र अनिवार्य है।
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ये है व्यवस्था
बह एमपी बोर्ड के 30 प्रतिशत स्कूल सोमवार से सौ फीसदी क्षमता से जल गए है। फिलहाल, वैकल्पिक दिन पढ़ाई हो रही है। दो-चार दिन में इन स्कूलों में भी सभी बच्चे एक साथ पढ़ेंगे। बच्चों को सूचना देना, स्कूलों में व्यवस्थाएं आदि कारणों के चलते दो-चार दिन में स्कूल खुलेंगे।
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