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दो चुनाव से कांग्रेस ‘खाली हाथ’, लगातार बढ़ रही भाजपा की लीड

2014 व 2019 के लोकसभा चुनाव में एक भी विधानसभा में कांग्रेस को नहीं मिली जीत

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दो चुनाव से कांग्रेस ‘खाली हाथ’, लगातार बढ़ रही भाजपा की लीड

दो चुनाव से कांग्रेस ‘खाली हाथ’, लगातार बढ़ रही भाजपा की लीड

इंदौर. 35 साल से इंदौर लोकसभा सीट पर भाजपा का एक तरफा कब्जा है, लेकिन दो चुनाव से कांग्रेस 'खाली हाथ' है। 2014 व 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को एक भी विधानसभा में जीत नहीं मिली, जबकि 15 साल पहले आठ में से चार विधानसभा में झंडा फहराया था। उसके बाद से भाजपा की लीड लगातार बढ़ रही है।1951 में अस्तित्व में आई इंदौर लोकसभा सीट पर 80 के दशक तक कांग्रेस का एक तरफा कब्जा रहा। हालांकि 1977 में हुए चुनाव में जरूर जनता पार्टी के कल्याण जैन ने जीत दर्ज कराई थी, लेकिन तीन साल ही सांसद रह पाए। 1989 में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और देश के गृह मंत्री प्रकाशचंद्र सेठी को हराकर भाजपा की सुमित्रा महाजन पहली बार सांसद बनी। उसके बाद से सीट भाजपा के कब्जे में है। पिछले दो लोकसभा चुनाव से कांग्रेस की हालत ज्यादा खराब है। आठ विधानसभाओं में से कांग्रेस प्रत्याशी एक में भी जीत दर्ज नहीं करा सके। छह विधानसभा में तो जीत के आंकड़ों में भारी अंतर रहा। सिर्फ इंदौर तीन और पांच में ही लीड 2019 में कम हुई थी। ये जरूर है कि 15 साल पहले यानी 2009 के चुनाव में कांग्रेस की स्थिति मजबूत थी और भाजपा प्रत्याशी महाजन मात्र 11480 वोटों से ही चुनाव जीती थीं। कांग्रेस प्रत्याशी रहे सत्यनारायण पटेल ने क्षेत्र की आठ में से चार में जीत दर्ज कराई थी। भाजपा का गढ़ माने जाने वाली इंदौर दो विधानसभा में महाजन को महज 315 वोटों की ही बढ़त मिली थी। इसके बाद भाजपा की जीत का आंकड़ा साढ़े चार लाख पार हो गया।

2009 में यहां जीती कांग्रेस

इंदौर तीन - 5768

इंदौर पांच - 5132

देपालपुर - 21682

सांवेर - 3061

भाजपाई गढ़ हैं ये क्षेत्र

लोकसभा चुनाव में भाजपा के गढ़ के रूप में इंदौर एक, चार और राऊ हैं। इन्होंने 15 साल पहले विपरीत परिस्थिति में भी भाजपा का साथ दिया। भाजपा एक नंबर से 17585, चार नंबर से 18900 और राऊ से 10324 वोटों से चुनाव जीती थी। उस दौरान दो नंबरी खेमा सुमित्रा महाजन को चुनाव हराने में लगा था। इधर, बात करें कांग्रेस की तो देपालपुर विधानसभा में 2004 व 2009 ने साथ दिया। यहां से पहली बार रामेश्वर पटेल तो दूसरी बार सत्यनारायण पटेल चुनाव लड़े थे।

5 साल पहले भाजपा की जीत

इंदौर एक - 1,02,683

इंदौर दो - 1,03,021

इंदौर तीन - 25,402

इंदौर चार - 78,142

इंदौर पांच - 34,528

राऊ - 78,831

देपालपुर - 55,203

सांवेर - 67,646