15 दिनों से सर्चिंग का दिखावा
वन विभाग 15 दिन बाद भी तेंदुए को पकड़ नहीं सका है। मंगलवार को भी विभाग बछड़े पर हमले को किसी अन्य जंगली जानवर के हमले की आशंका जता रहा था, लेकिन पशु चिकित्सक ने तेंदुए के हमले की पुष्टि की है। फॉरेस्ट की टीम के पास रात में सर्चिंग करने के लिए टॉर्च नहीं थी। मंगलवार को दो किलोमीटर से अधिक रेंज तक रोशनी करने वाली हाईटेक टॉर्च खरीदी। कई दिनों से थर्मल कैमरे से सर्चिंग का दावा करने वाली टीम ने मंगलवार को थर्मल कैमरा किराए से लेने पर विचार किया।
दूसरी ओर, तेंदुए को पकड़ने के लिए अलग-अलग हिस्सों में पिंजरे लगाए जा रहे हैं, लेकिन अब तक तेंदुआ नहीं फंसा। लेकिन इसमें कुत्ता जरूर फंस गया था। पिंजरे में जानवर फंसा देख रहवासियों ने उसे तेंदुआ समझा और वन विभाग को सूचना दी। वन विभाग जब पहुंचा तो खुलासा हुआ कि यह कुत्ता है। उसके बाद उसे छोड़कर पिंजरे को दूसरे स्थान पर शिफ्ट किया।
बछड़े पर हमले की चिकित्सक ने की पुष्टि
मंगलवार को नैनोद इलाके में बछड़े पर तेंदुए ने हमला किया। यह हमला तेंदुए ने ही किया है, जिसकी पुष्टि पशु चिकित्सक ने की है। साथ ही फॉरेस्ट की टीम को मौके पर पगमार्क भी मिले हैं। इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गई। वन विभाग ने इलाके में पिंजरे और कैमरे लगाए हैं, लेकिन उसमें भी कुछ सामने नहीं आया है। तेंदुए को पकड़ने में नाकाम विभाग की टीम लोगों को हिदायत ही दे रही है कि बच्चों को सुरक्षित रखें।