
फायर एनओसी अपलोड नहीं करने वाले हास्पिटलों की जांच
इंदौर ।
जबलपुर के निजी हॉस्पिटल में पिछले दिनों हुए अग्निकांड के बाद प्रदेशभर के हॉस्पिटलों में फायर एनओसी अनिवार्य कर दी गई है। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में निर्देश भी जारी किए थे। इसके बावजूद इंदौर में 331 नर्सिंग होम में से 72 ने ही फायर एनओसी अपलोड की है। अब ऐसे हॉस्पिटलों जिन्होंने एनओसी अपलोड नहीं की स्वास्थ्य विभाग नगर निगम के साथ मिलकर उनके खिलाफ जांच शुरू कर रहा है। इसके लिए जोनल अधिकारियों के साथ जांच दल बनाए हैं। ये दल हॉस्पिटलों में पहुंचकर पड़ताल करेेंगे। सात दिन में रिपोर्ट तैयार की जाएगी। नियमों का उल्लंघन मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
पिछले दिनों कलेक्टर मनीष सिंह ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की थी। इसमें अस्पतालों की सुरक्षा को लेकर भी मुद्दा उठा था। कलेक्टर ने सीएमएचओ को निर्देश दिए थे कि जिन हॉस्पिटलों ने अब तक फायर एनओसी अपलोड नहीं की, उन पर कार्रवाई की जाए। उन्होंने इसके लिए अलग- अलग जांच दल बनाए जाने के भी निर्देश दिए थे, जिसके तहत स्वास्थ्य विभाग ने जोनल अधिकारियों के अलग-अलग दल बनाए हैं।
आठ दल करेंगे जांच
सिविल सर्जन डॉ. प्रदीप गोयल ने बताया कि जोनल स्तर पर शहर में चार दल बनाए गए हैं। इनमें जोनल मेडिकल ऑफिसर के साथ ही नगर निगम के इंजीनियर और फायर विभाग के अधिकारी शामिल हैं। इसी प्रकार सांवेर, देपालपुर, महू और हातोद में भी एक-एक दल बनाए हैं। मेडिकल ऑफिसर के साथ जनपद पंचायत और जनपद के स्वास्थ्य अधिकारी शामिल हैं। ये दल सात दिनों में अपनी जांच रिपोर्ट पेश करेंगे।
259 हॉस्पिटल की होगी जांच
इंदौर में 331 से अधिक नर्सिंग होम हैं। इनको जबलपुर की घटना के बाद ही विभाग ने नोटिस जारी कर फायर एनओसी मांगी थी। इसके लिए विभाग ने शुरुआत में सात दिन दिए थे, लेकिन बाद में समय की मांग किए जाने पर दस दिन का अतिरिक्त समय भी दिया गया। इस अवधि के बीत जाने के बाद भी अब तक केवल 72 नर्सिंग होम ही एनओसी दे पाए। अब 259 हॉस्पिटलों की जांच होगी।
Published on:
07 Sept 2022 10:52 am
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