
MPPSC Assistant Professor Exam: लंबे समय बाद मप्र लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) 9 जून को सहायक प्राध्यापक के लिए परीक्षाएं आयोजित करने जा रहा है। राज्य के 9 जिलों में परीक्षा होंगी। करीब 33 हजार अभ्यर्थी इसमें शामिल होंगे।
गौरतलब है कि 27 साल बाद 2017 में पीएससी ने सहायक प्राध्यापकों की परीक्षा कराई थी। इसके सात साल बाद परीक्षा हो जा रही है। परीक्षा को लेकर कुछ उम्मीदवारों में उत्साह है तो कुछ में सरकार के प्रति नाराजगी भी देखने को मिल रही है।
अभ्यर्थियों का कहना है, सरकार बहुत देरी से परीक्षा करवा रही है। हम परीक्षा की तैयारी करें या कॉलेज में नैक की टीम दौरा करने आ रही है, उसकी तैयारी करें। हरदा के एक कॉलेज में पढ़ा रहे 53 वर्षीय डॉ. मोहनलाल सूर्यवंशी का दर्द पत्रिका से चर्चा के दौरान छलक उठा। डॉ. सूर्यवंशी ने कहा, हमारे अनुभव, पीएचडी की कोई कद्र ही नहीं है। परीक्षा की तारीख की घोषणा कर दी गई, लेकिन पढ़ने के लिए समय भी नहीं दिया गया।
आयोग के ओएसडी आर पंचभाई ने पत्रिका को बताया कि इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, मुरैना, रीवा, सागर, शहडोल और उज्जैन में परीक्षा केंद्र बनाए हैं। दो शिफ्ट में परीक्षा आयोजित की जा रही है। पहला पेपर सुबह 10 से 11 बजे और दूसरा पेपर दोपहर 1 बजे से होगा। एडमिट कार्ड 31 मई से जारी किए जा रहे हैं। सहायक प्राध्यापक परीक्षा 2022 के आठ विषयों व लाइब्रेरी और स्पोर्ट्स ऑफिसर की परीक्षा होगी।
आयोग ने बताया कि सुरक्षा के हिसाब से अभ्यर्थियों पूरी तरह से चेक किया जाएगा। इलेक्ट्रॉनिक सामान जैसे स्मार्ट वॉच, मोबाइल, कैलकुलेटर, आभूषण कुछ भी अंदर नहीं ले जा सकते हैं। सिर्फ ट्रांसपेरेंट पानी की बॉटल ले जा सकते हैं। अभ्यर्थियों को आधे घंटे पहले केंद्रों में पहुंचना होगा।
सहायक प्राध्यापक परीक्षा के लिए न्यूनतम योग्यता संबंधित विषय में नेट, सेट या पीएचडी है। आरक्षण के चलते आयोग ने सेट परीक्षा का 87 प्रतिशत परीक्षा परिणाम फिलहाल जारी किया है। 13 प्रतिशत परिणाम जारी नहीं किया है। ऐसे में वे उम्मीदवार सहायक प्राध्यापक परीक्षा में उपस्थित नहीं हो सकेंगे। इस संबंध में मप्र उच्च न्यायालय इंदौर में तीन उम्मीदवारों ने याचिका लगाई थी। 9 जून को 8 विषयों की यह परीक्षा होनी है।
Updated on:
07 Jun 2024 11:11 am
Published on:
06 Jun 2024 09:37 am
बड़ी खबरें
View Allइंदौर
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
