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धुआंधार बारिश से घरों में घुसा पानी, लोगों ने कुर्सियों पर गुजारी रात, गृह मंत्री जाम में फंसे निगम विद्युत विभाग शहर को एलईडी से रोशन करने में लगा है, ताकि ऊर्जा बचत के साथ रोड पर पर्याप्त रोशनी रहे। शहर के अधिकतर कॉलोनी-मोहल्लों के साथ प्रमुख मार्ग रात को एलईडी की रोशनी में नहाए नजर आते हैं, लेकिन 18 हजार पोल ऐसे हैं, जिन पर लाइट नहीं है। इनमें से कई पोल पश्चिम क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी ने नए लगाए और कई सडक़ चौड़ीकरण के चलते निगम ने शिफ्टिंग के तहत लगवाए हैं।
चालू-बंद करने की झंझट खत्म निगम विद्युत विभाग के अफसरों का कहना है कि 7 हजार खाली पोल पर एलईडी फिटिंग लगाने के साथ एस्ट्रोनॉमिकल टाइमर लगा रहे हैं। इसमें 365 दिन के हिसाब से टाइमिंग सेट की जाएगी, ताकि लाइट्स बंद-चालू करने की झंझट न रहे। अभी स्ट्रीट लाइट्स शाम होते ही चालू और सुबह होते ही बंद करना पड़ती है। इसके लिए विद्युत विभाग में क्षेत्रवाइज कर्मचारियों की ड्यूटी लगा रखी है। टाइमर लगाने से ये काम भी खत्म हो जाएगा।
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‘कम्प्यूटर बाबा ने सरकार से मांगा है हेलिकॉप्टर और मंत्रालय में कमरा’, गृहमंत्री ने दिया ये जवाब मौसम के हिसाब से करेंगीं काम इन पोल पर एलईडी लगाने का टेंडर पिछले दिनों किया गया, जो एनके इलेक्ट्रिक को गया। ये ठेका 10 करोड़ 50 लाख रुपए में दिया है। ठेकेदार कंपनी को जहां 5 वर्ष तक लाइट मेंटनेंस करना है, वहीं स्वीच पैनल भी लगाना हैं। ठेका मिलने के बाद कंपनी ने 18 हजार में से 7 हजार पोल पर एलईडी लाइट्स लगा दी हैं। इसके साथ ही यह लाइट अपने-आप बंद चालू हो, इसके लिए एस्ट्रोनॉमिकल टाइमर लगाया जा रहा है। इसके बाद अक्षांश-देशांतर, मौसम, सूर्योदय और सूर्यास्त के आधार पर लाइट बंद चालू होगी।
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झूम कर आया मानसून, तीन घंटे में बरसा डेढ़ इंच, मौसम विभाग ने जारी किया ये अलर्ट क्वालिटी मेंटेन करने की रखी शर्त निगम ने जिस एनके इलेक्ट्रिक को एलईडी लगाने का ठेका दिया है, उसे क्वालिटी मेंटेन करने की शर्त टेंडर में डाल रखी है। लाइट कंपनी की लगाने के निर्देश देने के साथ कंपनी निगम ने ही तय की है, ताकि क्वालिटी में गड़बड़ न हो और बार-बार खराब होने की शिकायत न आए। गुणवत्ताहीन काम होने पर पेनल्टी लगाने की शर्त भी डाली गई है।
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जेसीबी से खींचा मकान, दो बार टूटी रस्सी, गुस्साए रहवासी बोले- मजबूत मकान क्यों तोड़ रहे हो… चार महीने का टारगेट विद्युत विभाग के अफसरों का कहना है कि 7 हजार पोल पर एलईडी लग गई हैं। बाकी 11 हजार पोल पर चार महीने में लगा दी जाएंगीं।
– आयुक्त के निर्देश पर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत 18 हजार एलईडी लगाने का ठेका दिया गया है। शहर के 7 हजार पोल पर लाइट्स लगा दी हैं। इनमें एस्ट्रोनॉमिकल टाइमर लगाया जा रहा है, ताकि लाइट्स अपने-आप बंद चालू हो सकें।
राकेश अखंड, कार्यपालन यंत्री, विद्युत विभाग