उन्होंने कहा कि 15 माह की कांग्रेस सरकार में मंत्री बनने के बाद जीतू पटवारी का व्यवहार सबने देख लिया है। अब कोई उनके छलावे में नहीं आने वाला है। 10 साल क्षेत्र में कोई काम नहीं कराया। भाजपा के जनप्रतिनिधियों ने ही विकास कराया।
वर्मा के टिकट की आधिकारिक घोषणा होते ही उनके घर पर दीपावली सा माहौल हो गया। देखते ही देखते वहां मेला लग गया। कुछ कार्यकर्ता ढोल लेकर पहुंचे जिस पर महिला नेत्रियों ने भी जमकर डांस किया। आतिशबाजी का दौर चला। पहुंचने वालों में मंत्री तुलसीराम सिलावट, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, जीतू जिराती, प्रमोद टंडन, रवि रावलिया, बबलू शर्मा, सौगात मिश्रा, पुरुषोत्तम जायसवाल, महेंद्र ठाकुर, मुकेश पंवार आदि कार्यकर्ता थे। सभी का मुंह मीठा कराया गया तो कुछ तो खुद भी मिठाई लेकर पहुंचे। सिख समाज के प्रतिनिधिमंडल ने भी वर्मा का स्वागत किया।
राऊ से भाजपा प्रत्याशी मधु वर्मा ने दो माह पहले जारी हुई सूची में टिकट मिलने के बाद कहा कि 2018 के चुनाव बाद से मैं घर नहीं बैठा। जनता के साथ कार्यकर्ताओं के काम करवाते रहा। कोरोना जैसी महामारी का भी सामना किया, हमने मैदान नहीं छोड़ा। हारने के बाद व्यक्ति हताश हो जाता है, लेकिन हम जनता के बीच रहे और काम करते रहे।
उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं की भावनाओं को समझते हुए पार्टी ने मुझे फिर मौका दिया है। इस बार कार्यकर्ता जी जान लगा देंगे। मैंने सभी को साथ लेकर चलने का प्रयास किया है और आगे भी वहीं करूंगा। सच्चाई तो ये है कि चुनाव मैं नहीं भाजपा का कार्यकर्ता लड़ेगा। पार्टी के सम्मान की लड़ाई है। पिछले चुनाव में मुझे मेहनत करने के लिए सिर्फ 13 दिन मिले थे इस बार पर्याप्त समय है।