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5 हजार किमी दूर युगांडा से मदद भेज रहा इंदौरी

टीम समस्या है क्या बांट चुकी है अब 31 हजार से अधिक को भोजन

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Social work : खुशियां बांटने में खर्च किए तीन करोड़ रुपए, संवारे स्कूल, 16 बच्चों के कराए बौनमेरो ट्रांसप्लांट

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इंदौर। वर्षभर शहर के लोगों की समस्या के निदान में लगी रहने वाली टीम समस्या क्या है से जुड़ा एक इंदौरी इन दिनों यहां से 5 हजार किलोमीटर दूर युगांडा में है। उसने वहां से इंदौर में मदद भेजने का सिलसिला जारी कर रखा है। वहां बैठकर वह टीम समस्या क्या है की आर्थिक मदद कर रहा है। टीम अब तक 31 हजार लोगों तक खाना पहुंचा चुकी है। दरअसल मल्हारगंज इंदौर में रहने वाले नीरज अग्निहोत्री 2004 से युगांडा में हैं। वहां फार्मा कंपनी में वे डीजीएम के पद पर हैं। लंबे समय से वे समस्या क्या है टीम से जुड़े हुए हैं।

शहर के युवा अमित सिकरवाल गंगापुत्र ने अपने साथियों के साथ शहर के लोगों की हर समस्या के समाधान के लिए यह ग्रुप बनाया था। इसका मकसद स्वास्थ्य, शिक्षा, कानून सहित अन्य सभी समस्याओं का निदान समय पर करना है जो वर्षभर एक जैसे लगे रहते हैं। लॉक डाउन के शुरुआत से ही टीम के लोग रोज लगभग 1200 पैकेट भोजन बना रहे हैं। संस्था अब तक लगभग 31000 भोजन पैकेट बनाकर जरूरतमंदों तक पहुंचा जा चुकी है। जब-जब टीम समस्या क्या है काम करती है तब-तब नीरज युगांडा से मदद करते हैं। वर्तमान में नीरज युगांडा में बैठकर टीम की आर्थिक मदद कर रहे हैं और अपने अन्य साथियों को भी इसके लिए प्रेरित कर रहे हैं।
टीम के अमित सिकरवाल ने बताया कि टीम 'समस्या क्या है..?Ó समूह सुबह निगम के लिए भोजन निर्माण कार्य में मदद कर जरूरतमंदों तक भोजन पहुंचा रही है। वहीं थानों के लिए शाम को भोजन बनवाया जा रहा है। पिछले सप्ताह समूह ने 21000 पैकेट वितरण पूर्ण कर इसे गिरिराज परिक्रमा प्रतिफल माना और इस कार्य को लॉकडाउन के द्वितीय चरण तक चलाने का निर्णय लिया गया। साथ ही टीम रात में रोजाना कुत्तों एवं गायों के लिए 400 रोटी बनाकर वितरित कर रही है। है। कुाों को भोजन पहुंचाने की जिम्मेदारी अमित के पास है। समूह की भोजन पैकेट वितरण की लगन को देखते हुए आईपीएस स्कूल प्रबंधन ने रोटी मशीन से रोटी बनाने का सहयोग प्रदान किया। स्वच्छता एवं सुरक्षा का ख्याल रखते हुए राहुल जोशी एवं प्रीतेश जैन पैकेजिंग कार्य करा रहे हैं। वितरण एवं भोजन निर्माण कार्य अमित के साथ मोहित गर्ग, मो. शाहिद एवं पलाश जैन कर रहे हैं। टीम अब पुलिसकर्मियों तक भोजन पहुंचाने की तैयारी भी कर रही है।