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‘तीन इक्का’ पर भारी …पड़ गया ‘गुलाम’

अकाउंटेंट ने लगाई 25 लाख की चपत, दाल मिल में कर रहा था हेराफेरी

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इंदौर

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Rahul Dave

Sep 16, 2022

इंदौर। भंवरकुआं पुलिस ने तीन इक्का दाल मिल के मालिक की शिकायत पर अकाउंटेंट पर धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है। दरअसल अकाउंटेंट ने करीब तीन साल में रुपयों की हेराफेरी कर मालिक को 25 लाख रुपयों की चपत लगा डाली।
पुलिस के अनुसार फरियादी तपन प्रकाश अग्रवाल निवासी मुराई मोहल्ला छावनी ने शिकायत में बताया कि तीन इक्का फूड प्राइवेट लिमिटेड नाम से उद्योग नगर पालदा में दाल मिल है। उनके यहां पर नारायण उर्फ राजू डामोर निवासी रोशनलाल कंपाउंड पत्थर मुंडला विगत 20 साल से अकाउंटेंट का काम कर रहा था। इसके चलते मालिक को भी उस पर काफी भरोसा था।पूरा हिसाब-किताब वही देखता था। वर्ष 2018 में मालिक को जानकारी लगी कि उनके यहां हिसाब में कुछ गड़बड़ी आ रही है। इस पर उन्होंने बैंक के ट्रांजेक्शन देखे तो उसमें चेकों को लेकर गडबड़ी सामने आई। बाद में जांच की तो पता चला कि राजू ने उसके भाई को धार में एक दुकान खुलवा दी है। उसी के नाम से माल की हेराफेरी कर कूटरचित दस्तावेज तैयार कर लाखों रुपयों का गबन कर रहा है।
फरियादी के अनुसार करीब तीन साल में अकाउंटेंट ने 20 लाख रुपयों से अधिक की चपत लगा दी। मामले में जब नारायण से बात की तो उसने धोखाधड़ी करना स्वीकार करते हुए गबन किए रुपए देने की बात कही, लेकिन कुछ दिन बाद उसने मालिक का कॉल उठाना ही बंद कर दिया। इस पर फरियादी ने थाने पर शिकायत की, लेकिन यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस पर फरियादी ने वरिष्ठ अधिकारियों को शिकायत की। मामले में जांच के बाद कल भंवरकुआं पुलिस ने केस दर्ज किया।

मुंहबोले भाई ने बहन को लगाई 9 लाख की चपत
दो चेक बाउंस हुए तो ठगी का खुलासा हुआ
इंदौर । इवेंट मैनेजर को उसके मुंहबोले भाई पर विश्वास करना महंगा पड़ गया। मल्हारगंज पुलिस ने फरियादी सोनल की शिकायत पर उसके मुंह बोले भाई संजय पिता सीताराम अग्रवाल निवासी छत्रपति नगर और उसके साथी सौरभ पिता राजेन्द्र पारीख निवासी कालानी नगर के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है।
पुलिस के अनुसार फरियादी ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि 2020 में उन्हें मकान खरीदना था। इसकी जानकारी मुंह बोले भाई संजय को दी। दोनों ने साथ जाकर मकान भी पंसद कर लिया। बाद में उक्त मकान को खरीदने के लिए लोन की बात सामने आई। इस पर संजय उसे अपने दोस्त सौरभ के ऑफिस नॉर्थ राजमोहल्ला लेकर पहुंचा । दोनों ने इवेंट मैनेजर से लोन के नाम पर सारे दस्तावेज ले लिए। इस के बाद दोनों ने महिला को गुमराह करना शुरू किया। महिला को कहा कि दो लोन होंगे। एक होम लोन तो दूूसरा मुद्रा लोन। दोनों ने सब्सिडी का हवाला देकर पेपरों पर साइन करवा लिए। इसके बाद आरोपियों ने फरियादी को बिना बताए उसके नाम से फर्जी दस्तावेज तैयार कर मुद्रा लोन की प्रक्रिया कर पूरी ली।
महिला मुंह बोले भाई और उसके दोस्त पर विश्वास करती रही। इस बीच बैंक से उनके पास कॉल आया कि आपके मुद्रा लोन की दो किस्तों के चेक बाउंस हो गए है तो उसे इस बारे में पता चला। दोनों किस्तों की जानकारी जुटाई तो महिला को पता चला कि उसके साथ ठगी हो गई। महिला को पता भी नहीं चला और दोनों बदमाशों ने करीब 9 लाख का लोन ले लिया। मामले में जब पुलिस ने थाने की शरण ली तो दोनों ने स्वाीकार किया कि ठगी तो उन्होंने की है, लेकिन ठगी के रुपए देने में टालने लगे। इस पर पुलिस ने दोनों के खिलाफ केस दर्ज कर हिरासत में लिया।

नकली एसडीएम पर एक और केस
नौकरी नहीं, परिचित से जेवरात लेकर ठगी की
इंदौर । नकली एसडीएम के पकड़ाने के बाद आए दिन नए-नए खुलासे होते जा रहे हैं। कल भी एक नया मामला पुलिस के सामने अया। दरअसल आरोपी ने परिचित को झांसा देकर सोने-चांदी के जेवर हडप लिए। नकली एसडीएम के पकड़ाने की खबर जब अखबारों में छपी तब फरियादी ने थाने पहुंच उसके साथ हुई ठगी की कहानी बताई।
तेजाजी नगर पुलिस की गिरफ्त में आई नकली एसडीएम नीलम पाराशर के खिलाफ एक और धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। तेजाजी नगर पुलिस के अनुसार फरियादी जगदीश वास्केल निवासी रामजी वाटिका ने शिकायत में बताया कि नीलम पाराशर निवासी शिखरजी कॉलोनी नायता मुंडला लगभग एक माह पहले उनके घर आई । यहां उनकी पत्नी ललिता से यह कहकर जेवर ले गई कि उसे परिवार के कार्यक्रम में शामिल होना है। इस पर फरियादी ने सोने-चांदी के जेवर दे दिए। फरियादी ने यह भी बताया कि 5 साल पहले भी आरोपी नीलम पाराशर इसी तरह से जेवर लेकर गई थी तब लौटा दिए थे। इस बार जेवर ले गई, लेकिन बार-बार बोलने के बावजूद वह नहीं लौटा रही थी। कई बार फरियादी ने नीलम के च€कर लगाए, लेकिन आज कल कर टालती
रही। उसके बाद वह दिखी ही नहीं। फरियादी को अखबार के माध्यम से उसके पकड़ाने की
जानकारी मिली। इस पर वह थाने पहुंचे और नीलम के खिलाफ शिकायत की ।