वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के कारण 26 नवंबर से मौसम बदला और मावठा हो गया। इसका असर 27 की रात तक बना रहा। इस दरमियान 24 घंटे में 50.8 मिमी बारिश हुई। इसके बाद चक्रवात कमजोर हुआ तो मौसम कोहरे से पट गया। विभाग की मानें तो गुरुवार को पाकिस्तान और कश्मीर पर एक नए पश्चिमी चक्रवात का अटैक हुआ, जिसका असर पश्चिमी मप्र मतलब इंदौर पर रहेगा। अभी 4-5 दिन और हल्की बारिश के साथ कोहरा रहने की संभावना है। गुरुवार सुबह 6.30 बजे विजिबलिटी 600 रही, जो 8.30 बजे तक घटकर 150 मीटर रह गई। यह सिलसिला 10 बजे तक रहा, जिसके बाद एक हजार मीटर फिर 11 बजे 2500 मीटर की विजिबिलिटी रही।
कोहरे का कारण
वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के कारण दिन का तापमान कम हो रहा है और रात का बढ़ रहा है। इस मिले-जुले मौसम के कारण जमीन की गर्मी निकलकर बाहर आ रही है, जिससे कोहरा तैयार हो रहा है। जमीन से निकलने वाली गर्मी का असर समय के हिसाब बदलता रहा, जिससे विजिबलिटी भी बदलती रही।
दिन भर की दृश्यता
सुबह 6 बजे- 1100 मीटर
6:30 बजे- 600 मीटर
7.30 बजे- 400 मीटर
8.30 बजे- 150 मीटर
9 बजे- 700 मीटर
10 बजे- 1000 मीटर
11 बजे- 2500 मीटर
शाम 7 बजे- 2000 मीटर
सर्दी लगने से याद आई गर्म टोपी
गुरुवार को दिन का तापमान 22.6 डिग्री रहा जबकि बुधवार रात में पारा 18.4 डिग्री रहा। रात में हवा की रफ्तार 8 किमी/घंटा थी तो गुरुवार दिन भर 11 किमी/घंटे की रफ्तार से चलती रही। कोहरे में घुले नमी के कणों से मौसम सर्द रहा, जिसे हवा की रफ्तार ने चारों ओर बिखेरा। इससे लोगों को ठंड का अहसास हुआ और राहत के लिए उन्होंने गर्म कपड़ों और टोपी का सहारा लिया।