समिति के सदस्यों ने बताया कि संस्थापक अध्यक्ष अशोक शर्मा, पूरन पटेल, दुल्ली पटेल, लक्ष्मण पटेल, वीरेन्द्र पहलवान, मुन्ना पहलवान, भूरा चरण, आधार लोधी, जगजीत सिंह ने १९७९ में मूर्ति स्थापित की थी। सन १९९० से दुर्गा कॉलोनी के प्रशांत पुराविया, पुष्पराज सिंह, गुड्डा दास, जग नारायण पांडे, विनय पांडे, अमन शर्मा, मोहित श्रीवास्तव सहयोगी बने। उपाध्यक्ष संजय चौकसे ने बताया कि इस बार समिति ने ट्रक की बॉडी हटाकर हवाई जहाज बनाई गई है। नवरात्र की छटवें दिन से यहां अनूठा काम होगा। छठी से भक्तों को ३२ सीट वाले एयरकंडीशन हवाई जहाज में माता के दरबार में लाया जाएगा। विशेष बात यह भी है कि यहां हर बार श्रद्धालुओं को नया मॉडल दिखाया जाता है। इसके पूर्व लंडन ब्रिज, ह्वाइट हाऊस, ताज महल, चलित क्रूज, ओपेरा हाऊस, बुलेट ट्रेन, लंदन का संसद भवन, जयपुर का शाही महल, अंतरिक्ष स्पेश यान एवं शक्ति के ५१ स्वरूप की झांकियां बना चुके हैं।
मइया ! हम सब उतारें तेरी आरती
रविवार को यहां पत्रिका के तत्वावधान में आरती कराई गई। अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली… ढोल नगाड़े की धुन पर आरती के सुर गंूजी तो आसपास खड़े लोगा जगत जननी के दरबार में खींचे चले आए। श्री शारदा दुर्गोत्सव समिति संजीवनीनगर में रविवार संध्या आरती में आस्था और भक्ति का जबर्दस्त माहौल बन गया। अन्य क्षेत्रों के लोग भी माता के दर्शन और हवाई जहाज देखने पहुंचे। आरती में आदित्य शर्मा, महेश चौकसे, चंचल शर्मा, अवधेश सिंह गौर, विवेक सिंह, मनीष पटैल, मनोज पटैल, राहुल पटैल, शुभम, अनिल पिंटू, घनश्याम, गोलू, विष्णु व मोहित शामिल हुए।