scriptआज से खुलेंगे स्कूल, तैयारियां लेकिन अधूरीं | Schools to be opened from today, but unprepared | Patrika News
जबलपुर

आज से खुलेंगे स्कूल, तैयारियां लेकिन अधूरीं

कई सरकारी स्कूलों में व्यवस्थाएं नहीं

जबलपुरJun 24, 2019 / 01:48 am

mukesh gour

Schools to be opened from today, but unprepared

Schools to be opened from today, but unprepared

जबलपुर. लम्बे ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद सोमवार से स्कूल खुल रहे हैं। सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के अवकाश एक सप्ताह पहले ही खत्म हो चुके हंै। सरकारी स्कूलों में शिक्षण सत्र अधूरी तैयारियों और अव्यवस्थाओं के बीच शुरू होगा। अधिकांश स्कूलों में बिजली, पानी की व्यवस्थाएं और मरम्मत नहीं हो सकी है। हालांकि कुछ स्कूलों में शिक्षकों ने खुद अपने स्तर एवं जन सहयोग से व्यवस्थाएं कीं हैं।
यहां शिक्षकों ने किया सुधार
पाटन ब्लाक के नुनसर संकुल में आने वाले बिलतरा प्राइमरी स्कूल का एक दशक पहले भवन तक नहीं था। यहां के शिक्षकों ने साल दर साल आर्थिक सहयोग एवं जनसहयोग से स्कूल की सूरत बदल दी। स्कूल में फर्नीचर, बिजली, पंखा, फिसल पट्टी का निर्माण कराया। स्कूल के हेडमास्टर कृष्णकांत शर्मा कहते हैं कि शाला प्रबंधन समिति के साथ स्कूल की व्यवस्थाओं में सुधार किया गया। बाउंड्रीवाल के लिए भी प्रयास कर रहे हैं।
तिलक के साथ स्वागत
बताया जाता है स्कूल आने वाले बच्चों का पहले दिन तिलक लगाकर स्वागत किया जाएगा। बच्चों को नई-पुरानी किताबें देकर स्वागत किया जाएगा। बाल कैबिनेट, पालक सम्वादन, बालसभा जैसे कार्यक्रम 24 से 29 जून तक होंगे। इस दौरान एक कालखंड खेलकूद, साहित्य एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का होगा।

यूनिफॉर्म दुकानों में भीड़, हुई मुनाफाखोरी
शिक्षण सत्र की शुरुआत को लेकर एक दिन पहले यूनिफॉर्म की दुकानों में अभिभावकों और बच्चों की भीड़ देखी गई। विक्रेताओं ने यूनिफार्म में 20 से लेकर 30 रुपए तक दाम बढ़ा दिए हैं। बच्चों की एक यूनिफार्म के लिए अभिभावकों को 1500 से 2500 रुपए खर्च करने पड़े। अभिभावकों में इस बात को लेकर नाराजगी थी कि कपड़ों की कोई गारंटी नहीं दी जा रही, लेकिन दाम बढ़ा दिए। मालवीय चौक, अंधेरदेव क्षेत्र में कुछ दुकानों पर ऐसे ही नजारे थे। स्कूलों की चुनिंदा दुकान होने के कारण कई साइज का स्टॉक खत्म होने से भी अभिभावक परेशान हुए।
शिक्षकों ने की पुताई
शासकीय मिडिल स्कूल कछपुरा के शिक्षकों ने खुद स्कूल में साफ-सफाई से लेकर दीवारों पर रंग रोगन का काम किया। शिक्षक विवेक रंजन शुक्ला एवं हरिप्रसन्न त्रिपाठी ने कार्य किया।

380
स्कूलों में बिजली नहीं
1500
शौचालयों में पानी की स्थाई व्यवस्था नहीं
50
स्कूलों में बोरिंग सूखी
250
स्कूलों को मरम्मत की दरकार
स्कूलों में शिक्षण सत्र की शुरुआत सोमवार से हो रही है। स्कूलों में बच्चों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने के साथ ही सभी आवश्यक व्यवस्थाएं करने के लिए शिक्षकों को निर्देशित किया गया है।
सुनील नेमा, जिला शिक्षा अधिकारी
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो