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जगदलपुर

जंगल में नक्सल मोर्चे पर तैनात जवानों से हिरण ने की खास दोस्ती, अब साथ ही करती है गश्त

Deer and jawan’s friendship: घोर नक्सल प्रभावित सुकमा जिले से खास तस्वीर (Special picture) आई है सामने, जवान (Jawan’s) उसे जंगल में छोड़ देते हैं लेकिन वह लौटकर उनके पास ही आ जाती है, अब जवानों के साथ ही रहती है हिरणी, जवान भी उसके खाने-पीने व स्वास्थ्य (Health) का रखते हैं पूरा ख्याल

जगदलपुरDec 04, 2021 / 02:57 pm

rampravesh vishwakarma

Deer and jawans friendship in Naxal morcha

Deer and jawans friendship

जगदलपुर. Deer and jawans friendship: इंसान व जानवरों की दोस्ती बेमिसाल होती है। जानवर भी इंसान की भाषा बखूबी समझते हैं। कई जानवरों की प्रकृति इंसानों के साथ रहने की नहीं होती है लेकिन कई वन्य जीव व जानवर इंसानों का साथ पसंद करते हैं। ऐसी ही एक तस्वीर बस्तर रेंज (Bastar Range) के घोर नक्सल प्रभावित सुकमा जिले से सामने आई हैं। यहां नक्सल मोर्चे पर तैनात जवानों से एक हिरणी (Female deer) ने दोस्ती की है। पहली बार हुआ ये कि हिरणी जवानों के कैंप (Jawan’s camp) तक पहुंच गई। पहले तो जवानों ने सोचा कि वह भटककर आ गई होगी, लेकिन जवानों को देखकर वह बार-बार उनके पास आ रही थी। जब जवान उसके पास गए तो वह खड़ी ही रही, जवानों ने उसे जंगल में छोडऩा चाहा लेकिन वह उनके पास ही लौट आती। तब से वह जवानों के साथ ही रहने लगी। अब जवान जब गश्त पर जाते हैं तो वह भी उनके साथ होती है।

जवानों और हिरणी के इस खास दोस्ती (Special friendship) की कहानी दरअसल यह है कि सुकमा जिले के एक कैंप के जवान कुछ महीने पहले नियमित पेट्रोलिंग पर जंगल के भीतर गए थे। इसी दौरान उन्हें वहां पर एक हिरणी दिखाई दी, जो बार-बार उनकी ओर आई जा रही थी।

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Deer and jawans friendship news
IMAGE CREDIT: Naxal camp
जवानों ने जब इस बात पर गौर किया तो उन्हें मालूम चला कि हिरणी किसी जंगली जानवरों से बचना चाहती है और डरी हुई है। जवानों ने जंगल में कुछ दूर जाकर हिरणी के वापस लौटने का इंतजार किया लेकिन वह वापस नहीं जाना चाहती थी। जब जवान कैंप की ओर बढऩे लगे तो उनके साथ ही चलने लगी।

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अब जवानों के साथ ही रह रही हिरणी
जंगल में हुई इस दोस्ती (Deer and jawans friendship) के बाद से हिरणी जवानों के साथ ही कैंप में रह रही है। जब भी जवान कैंप के आसपास गश्त पर जाते हैं तो वह उनके साथ होती है। कैंप (Police jawan’s camp) में जवान उसके खाने-पीने का पूरा ख्याल रखते हैं। पूरे कैंप के जवानों की हिरणी के साथ दोस्ती हो चुकी है। हिरणी व जवानों की दोस्ती क्षेत्र में अब चर्चा का विषय बन गई है।
BY- आकाश मिश्रा

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