पहले चरण की वोटिंग से पहले प्रचार अभियान का शोर थमने के आखिरी दौर में जहां ज्योति मिर्धा के लिए मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने नागौर पहुंचकर वोट अपील की, तो वहीं पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने सभा कर आरएलपी-इंडिया गठबंधन प्रत्याशी हनुमान बेनीवाल के वोट मांगा।
ज्योति मिर्धा को सिखाएं सबक : गहलोत
पूर्व सीएम अशोक गहलोत बुधवार को हनुमान बेनीवाल के समर्थन में प्रचार करने उतरे। एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए गहलोत ने भाजपा प्रत्याशी ज्योति मिर्धा को लेकर भी अपने विचार रखे। गहलोत ने कहा, ‘एक वक्त था जब नाथूराम मिर्धा का नाम था, उनका काम बोलता था। लेकिन उनकी पोती ज्योति कांग्रेस छोड़कर भाजपा में चली गईं। ऐसा करने के पीछे पता नहीं क्या तुक रहा? कौन सा दबाव था? जबकि कांग्रेस ने उन्हें इतना मान सम्मान दिया।’
गहलोत ने आगे कहा, ‘अब वक्त आ गया है ज्योति मिर्धा को सबक सिखाने का। हनुमान बेनीवाल को जिताकर ज्योति मिर्धा को ये बताने का कि उनका कांग्रेस छोड़ भाजपा में जाने का फैसला गलत था।’
‘दबंग नेता हैं हनुमान बेनीवाल’
गहलोत ने कहा कि इंडिया गठबंधन का प्रत्याशी हनुमान बेनीवाल दबंग नेता है, जो किसान और युवाओं के लिए हमेशा संघर्ष करता है। प्रदेश के 25 सांसदों में केवल बेनीवाल ही है जो संसद में प्रदेश और देश के मुद्दे उठाते हैं। ईआरसीपी का मुद्दा भी केवल बेनीवाल ने ही उठाया।
‘कांग्रेस नेताओं को क्यों तोड़ रहे हैं?’
गहलोत ने कहा कि भाजपा के लोग घमंड में चूर है और देश में ऐसे हालात पैदा कर दिए कि लोकतंत्र खतरे में है। अब हमारे सामने लोकतंत्र को बचाए रखने का सवाल है। भाजपा वाले 400 पार का नारा लगा रहे हैं, जब भाजपा का इतना ही माहौल है तो फिर कांग्रेस के लोगों को क्यों तोड़ रहे हैं। क्यों भाजपा का कांग्रेसीकरण कर रहे हो?
‘देश के हालात चिंताजनक’
गहलोत ने कहा कि केन्द्र सरकार ईडी और सीबीआई के दम पर लोगों को डरा रही है। कांग्रेस के खाते बंद कर दिए, दो-दो मुख्यमंत्री जेल में है, देश में ऐसे हालात पैदा कर दिए कि संयुक्त राष्ट्र को बोलना पड़ा है। इन्हीं हालातों को देखते हुए बेनीवाल और हमने यह गठबंधन किया है।