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जयपुर

बेलगाम बजरी का बाजार: मौन रहकर जिम्मेदार विभाग व अफसर बने रहे हैं माफिया के ‘पहरेदार’

Bajri Mafia in Rajasthan: मजरी माफिया ने बंधी बांध रखी है। वाहन पकड़ा जाए तो 20-25 हजार रुपए देकर उसे छुड़ा लिया जाता है।

जयपुरJun 14, 2019 / 11:04 am

Kamlesh Sharma

Bajri mining mafia
जयपुर। मजरी माफिया ने बंधी बांध रखी है। वाहन पकड़ा जाए तो 20-25 हजार रुपए देकर उसे छुड़ा लिया जाता है। एसीबी ने पिछले दिनों कार्रवाई कर इसका खुलासा किया था।

यहां हो रहा सर्वाधिक खनन
सबसे अधिक खनन बनास नदी पर निवाई से सवाईमाधोपुर के बौंली तक हो रहा है। बजरी माफिया जेसीबी लगाकर बेधड़क बजरी करते रहे हैं। खनिज विभाग के अधिकारियों पर यहां खनन रोकने की जिम्मेदारी है और अलग—अलग क्षेत्र के लिए अलग—अलग अधिकारी भी लगाए गए हैं लेकिन बजरी का खनन बेरोकटोक जारी है।
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बजरी का खनन और परिवहन खुद खनिज विभाग के अधिकारियों—कर्मचारियों की मिलीभगत से हो रहा है। कमाई के लालच में स्थानीय गिरोह माफिया के लिए काम करने लगे हैं। इनमें चाय थड़ी पर बैठा व्यक्ति या दुकान मालिक लोकेशन बताता है। फर्जी पत्रकार, वहन लोन रिकवरी एजेंट भी बजरी के वाहनों पर नजर रखते है। पुलिस और खनिज विभाग की मिलीभगत से ये लोग भी वसूली करते हैं। कभी कोई ईमानदार अधिकारी जांच करे तो उसके हाथ खास कुछ नहीं लगता क्योंकि माफिया को कार्रवाई की सूचना पहले से मिल जाती है।
कई बार सामने आ चुका है पुलिस और बजरी माफिया का गठजोड़, फिर भी क्याें नहीं लगती लगाम?

01 नदी से बजरी लेकर निकलने वाले वाहन से पीपलू पुलिस 3 हजार रुपए वसूलती पाई गई थी।
02 जोधपुर के बासनी थाने का सब इंस्पेक्टर बजरी का वाहन छोड़ने के बदले 20 हजार रुपए वसूलते पकड़ा गया था।

03 मनोहरपुर थाना पुलिस 25 हजार रुपए लेकर वाहन छोड़ते पकड़ी गई थी।
04 मुकदमा दर्ज नहीं करने के बदले खनिज विभाग का फोरमैन 14 हजार रुपए लेते पकड़ा गया था।

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