गहलोत ने इस हादसे की जानकारी मिलते ही प्रशासन, पुलिस, आपदा प्रबन्धन एवं चिकित्सा अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों एवं उपचार के लिए उचित निर्देश दिए। उन्होंने हादसे के मृतकों के आश्रितों को 5-5 लाख रूपए की सहायता राशि देने के निर्देश दिए हैं। हादसे में घायलों को भी अधिकतम 2 लाख रुपए की सहायता राशि दी जाएगी।
राजस्थान: बाड़मेर में तेज आंधी से पंडाल गिरा, 14 की मौत, CM ने दिए घटना की जांच के आदेश मुख्यमंत्री ने रविवार शाम मुख्यमंत्री कार्यालय में उच्चाधिकारियों के साथ हुई आपात बैठक में जसोल में हुए हादसे के बाद राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने पीड़ितों को जल्द से जल्द राहत देने और निःशुल्क उपचार के लिए जोधपुर संभागीय मुख्यालय से अतिरिक्त चिकित्सा टीमों, नर्सिंग स्टाफ, दवाइयाें की उपलब्धता सुनिश्चित करने तथा पुलिस, प्रशासनिक सहायता एवं आपदा प्रबन्धन व्यवस्था कराने के निर्देश दिए।
कथावाचक की आवाज पहुंचती तब तक मौत आ गई
जसोल में दोपहर बाद लगभग साढ़े तीन बजे कथा वाचक मुरलीधर महाराज प्रवचन दे रहे थे और अचानक तेज आंधी का अहसास हुआ। उन्होंने श्रद्धालुओं को कहा कि हवा तेज है, कथा को रोकना पड़ेगा। वे अभी वाक्य पूरा ही नहीं कर पाए थे कि तेज अंधड़ से पांडाल गिरने लगा। कथा वाचक दौड़ते हुए बोले भागो, पांडाल खाली करो और इतने में पांडाल गिर गया।
बाड़मेर में पंडाल गिरने से 14 लोगों की मौत, पीएम मोदी व सीएम गहलोत ने ट्वीट कर जताया दुख 14 की मौतदेवीलाल पुत्र भीमाराम, सुंदर देवी पत्नी जेहाराम माली जसोल, जब्बरसिंह गोलिया, केवलदास संत जसोल, पेमाराम पुत्र कुम्भाराम जसोल, चम्पाराम पुत्र ताराचंद मूंगड़ा, अविनाश व्यास जोधपुर, इन्द्रसिंह पुत्र मोतीसिंह जागसा, सांवलदास संत जसोल, मालसिंह पुत्र उम्मेदसिंह प्रतापनगर अजमेर, रमेश कुमार पुत्र देवकिशन जसोल, जितेन्द्र पुत्र जगदीश पारलू, नेनूदेवी पत्नी हजारसिंह, नारंगी पत्नी जोगाराम पादरू की मौत हो गई।