पिछले दिनों लखनउ में हुआ निधन सपा के संस्थापक सदस्यों में से एक थेवर्ष 2009 में हुए थे कांग्रेस में शामिल
समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और राज्यसभा सांसद बेनी प्रसाद वर्मा का पिछले दिन निधन हो गया है। बेनी प्रसाद दो बार केंद्रीय मंत्री रहे और उन्हें समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य के रूप में भी जाना जाता है। वर्मा ने वर्ष 2009 में सपा छोडकर कांग्रेस का दामन थामा था और लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर जीते थे। तात्कालिक प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के मंत्रिमंड़ल में इस्पात मंत्रालय संभाला था।
बेनी प्रसाद वर्मा 79 साल के थे, उन्होंने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अंतिम सांस ली। समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के करीबी नेताओं में गिने जाने वाले पार्टी के संस्थापक सदस्य बेनी लंबे समय से बीमार चल रहे थे। गौरतलब है कि 11 फरवरी 1941 को जन्मे बेनी प्रसाद वर्मा के निधन की खबर से समाजवादी पार्टी के साथ ही सियासी हलके में शोक की लहर दौड़ गई है।
बेनी प्रसाद वर्मा कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के दूसरे कार्यकाल के दौरान केंद्रीय मंत्री भी रहे। उनके पास इस्पात मंत्रालय था। कुर्मी बिरादरी से आने वाले राज्यसभा सांसद बेनी पहली बार साल 1996 में संचार राज्यमंत्री बने थे। बेनी प्रसाद वर्मा साल 1996 से 1998 तक एचडी देवगौड़ा की सरकार में संचार राज्यमंत्री रहे। साल 1998 में देवगौड़ा सरकार की विदाई के बाद वे प्रदेश की सियासत में लौटे और लोक निर्माण विभाग और संसदीय कार्य मंत्री का दायित्व संभाला।
बेनी प्रसाद वर्मा ने चार बार बहराइच के कैसरगंज लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। वह 1999 में सपा छोड़ जनता दल में शामिल हुए, फिर समाजवादी क्रांति दल भी बनाया। बेनी प्रसाद वर्मा कांग्रेस में भी शामिल हुए, कांग्रेस के टिकट पर साल 2009 में कैसरगंज सीट से सांसद निर्वाचित हुए। बेनी को डॉक्टर मनमोहन सिंह की सरकार में इस्पात जैसे अहम मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई। पिछले साल ही उनके घुटने की सर्जरी मैक्स हॉस्पिटल में हुई थी। उनके निधन की खबर से समाजवादी पार्टी में शोक की लहर दौड़ गई। उनके गृह जनपद बाराबंकी में भी शोक है। कई नेताओं ने बेनी के निधन पर शोक प्रकट किया है।