गहलोत ने कहा कि वाजपेयी गवर्नमेंट के समय भी 2004 में एग्जिट पोल उनके पक्ष में थे, इसके बाद भी यूपीए की 10 साल सरकार बनी। अधिकांश समय में एग्जिट पोल गलत साबित हुए। मैंने रविवार रात को सभी प्रत्याशियों से बात की है। सबका कॉन्फिडेंस बढ़ा हुआ है। कार्यकर्ता पूरी तरह से है। 23 मई को काउंटिंग में पूरी तैयारी के साथ जाएंगे। एग्जिट पोल से कोई भ्रम पैदा नहीं हुआ है।
ईवीएम में गड़बड़ी को लेकर गहलोत ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट भी मान चुका है कि ईवीएम में गड़बड़ी हो सकती है और उन्होंने वीवीपैट का प्रावधान किया। इसका मतलब है कि ईवीएम में टेम्परिंग की संभावना है। विकसित राष्ट्रों में ये मशीनें खत्म हो चुकी है। डेमोक्रेटिक इंटरेस्ट में नहीं है तो इन मशीनों को ही खत्म कर दो। गहलोत ने इलेक्शन कमीशन के लिए कहा कि वह निष्पक्ष नहीं रहा है। पहली बार इलेक्शन कमीशन पर इतने बड़े आरोप लगे हैं।