ठगी के शिकार लोगों ने बताया कि दंपती गाड़ी से उतरता तो उनके साथ हमेशा गनधारी पीएसओ होते। पीडि़तों के अनुसार पवन ठाकुर (48) व उसकी पत्नी मृदुला (39) ने लक्ष्मी कॉइन एवं एक्सपीसी माइनिंग कंपनी बना ऑनलाइन ठगी की थी। इसके सात खाते थे लेकिन कंपनी के नाम से एक भी नहीं था। सारा भुगतान कैश में इन खातों में डलवाते।
6 हजार लोगों ने फंसा दी रकम
पिछले साल नवम्बर में झोटवाड़ा के होटल में बैठक में दंपती आया। दंपती ने हर आईडी पर 100 डॉलर्स यानी 7000 रुपए के हिसाब से निवेश करवाया। साथ ही 7000 के गुणांक में भी लोगों ने आईडी खरीदी। केवल 70 दिन में रकम दुगुनी करने का ख्वाब दिखाया। बाद में झांसे में आए 6 हजार लोगों ने 6 करोड़ तक निवेश कर दिया।
क्रिप्टो करेंसी में पैसा लगाने और लगाई गई राशि पर तीन से चार गुना फायदे का झांसा देकर ठगी करने वाले दंपती को झोटवाड़ा थाना पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार किया था। आरोपी दंपती ने करीब छह हजार लोगों को शिकार बनाया और करोड़ों रुपए का हेरफेर किया।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी उत्तरप्रदेश गाजियाबाद में एटीएस सोसायटी शक्तिखंड निवासी पवन ठाकुर और उसकी पत्नी मृदुला ठाकुर है। 31 मई को मुमताज खान ने एक रिपोर्ट दी थी कि लक्ष्मी काईन एवं एक्सपीसी माइनिंग कम्पनियों के डायरेक्टर पवन और मृदुला ठाकुर ने क्रिप्टो करेंसी में पैसा लगाने व उस राशि को तीन व चार गुना फायदा दिलाने का झांसा देकर उससे 90 लाख रुपए की ठगी की। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया है कि चेन सिस्टम बनाकर करीब 6 हजार से अधिक लोगों से करोड़ों रुपए का इनवेस्टमेंट कराया।