पुलिस ने बताया, एसएमएस अस्पताल में कंपाउंडर खातीपुरा निवासी अजय सिंह ने सोमवार को मामला दर्ज करवाया। पीडि़त के पास फोन आया और उसने खुद को बैंक अधिकारी बताते हुए एटीएम कार्ड संबंधी जानकारी मांगी। झांसे में आ पीडि़त ने उसे जानकारी दे दी। कुछ देर बाद मैसेज से पता चला कि दो बार में 49-49 हजार रुपए निकाल लिए। पीडि़त ने बैंक से संपर्क कर एटीएम कार्ड ब्लॉक करवा लिया। अगले दिन उसके खाते से फिर ऑनलाइन ट्रांजेक्शन शुरू हो गया।
चित्रकूट थाना क्षेत्र में इ-मित्र संचालक से करीब एक लाख रुपए की ऑनलाइन ठगी हो गई। पुलिस ने बताया कि संजय नगर डीसीएम अजमेर रोड निवासी रमेश कुमार बामणियां ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है कि इ-मित्र केंद्र पर सुरेंद्र नाम का युवक उसके पास परीक्षा का फॉर्म भरवाने आया। फॉर्म भरने के बाद उसने नेटबैंकिंग के जरिए तीन सौ रुपए का पेमेंट किया। इसके बाद करीब एक लाख रुपए के अप्रूवल के लिए एक ओटीपी आया । इस पर उसने ओटीपी नहीं भेजा लेकिन ओटीपी बॉक्स अपने आप खुल गया और खाते से एक लाख रुपए कटने का मैसेज आया।
करधनी थाना इलाके में एक महिला के बैंक खाते से लगभग एक लाख रुपए निकाले गए। थानाधिकारी मानवेन्द्र सिंह ने बताया कि मोहन वाटिका निवासी नंदू कंवर ने रिपोर्ट दी है कि अज्ञात व्यक्ति ने बैंक कर्मचारी बनकर फोन किया और नेफ्ट के जरिए ओटीपी नंबर पूछा तो लगभग एक लाख रुपए खाते से निकल गए। सांगानेर सदर इलाके में भी कल्लावाला निवासी चेतन प्रकाश के साथ साइबर ठगी हुई है।