- आरटीओ में पार्किंग नहीं, सडक़ पर वाहन पार्क कर रहे लोग, कार्यालय समय में झालाना में बने रहते जाम के हालात
जयपुर. शहर में वाहनों का जिम्मा संभालने वाले प्रादेशिक परिवहन कार्यालय के स्वयं के पास ही पार्किंग की व्यवस्था नहीं है। आरटीओ में हर दिन 2-3 हजार लोगों की आवाजाही रहती है लेकिन कार्यालय के भीतर लोगों के वाहन पार्क करवाने की कोई व्यवस्था ही नहीं है। कार्यालय के भीतर मात्र इतनी ही जगह है, जिसमें केवल आरटीओ अधिकारियों व कर्मचारियों के ही वाहन खड़े हो पा रहे हैं। जो जगह बचती है, उसे जब्त किए गए वाहनों का डंपिंग यार्ड बना रखा है। ऐसे में लोगों के लिए पार्किंग की कोई जगह ही नहीं बचती है। लोग बाहर सडक़ पर ही वाहन खड़े कर रहे हैं। झालाना इलाके में जाम का सबसे बड़ा कारण यहीं है।
2-3 घंटे तक बेतरतीब खड़े रहते हैं वाहन
हर दिन 2-3 हजार लोग आरटीओ में आ रहे हैं। भीतर पार्किंग की जगह नहीं होने के कारण आस-पास सडक़ पर जहां जगह मिलती है, वहां वाहन खड़ा कर आरटीओ में काम करवाने चला जाता है। काम करवाने में कई बार 2-3 घंटे तक लग जाते हैं। ऐसे में सडक़ पर 2-3 घंटे तक वाहन बेतरतीब खड़े रहते हैं। दुपहिया वाहनों के पीछे कारें खड़ी होने से आस-पास के कार्यालयों के कर्मचारी आवश्यक कार्य होने पर अटक जाते हैं।
देना पड़ता है शपथ पत्र
एक तरफ आरटीओ के खुद के पास पार्किंग की जगह नहीं है, दूसरी तरफ नए वाहन खरीदने वाले लोगों से पार्किंग का शपथ पत्र लिया जा रहा है। नए वाहन खरीदने से पहले लोगों को यह शपथ पत्र देना पड़ता है कि उनके घर में पार्किंग का पर्याप्त स्थान है। वे सडक़ पर वाहन खड़ा नहीं करेंगे। आरटीओ खुद ही लोगों के वाहन सडक़ पर खड़ा करवा रहा है।