थाना प्रभारी प्रदीप शर्मा ने बताया कि चौमूं के सागर सिटी, राधास्वामी निवासी हेमलता चौधरी पत्नी गोपाल चौधरी ने दो साल पहले जमीन बेचान के मामले में एक करोड़ 62 लाख 50 हजार रुपए की धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज करवाया था कि वर्ष 2014 में जैतपुरा अणतपुरा निवासी उनके परिचित प्रदीप शर्मा ने उससे संपर्क कर रींगस में उसके नाना वगैरह की अच्छी लोकेशन एवं चारों तरफ आबादी बसावट के बीच में खातेदारी भूमि होना बताया। उक्त भूमि को खरीदकर छोटे-छोटे भूखंडों में आवासीय कॉलोनी में विकसित करने की बात कही थी।
इसके बाद परिचित शर्मा के नाना लक्ष्मीधर पुत्र बद्रीनारायण शर्मा दत्तक पुत्र रामेश्वर, गजानंद पुत्र , लक्ष्मीधर और उनके बेटे आनंद व महेश वगैरह ने धोखाधड़ी करने की नीयत से उसके पति को रींगस में जमीन दिखाई और क्रय करने का झांसा दिया। वर्ष 2014 में उसके और परिचित शर्मा के नाम जरिए विक्रय इकरारनामा के उक्त भूमि विक्रय की गई।
तय इकरारनामा के तहत उसने करीब एक करोड़ 62 लाख 50 हजार रुपए का भुगतान कर दिया, लेकिन उसके नाम विक्रय पत्र पंजीबद्ध नहीं करवाया। बार-बार कहने पर महज आश्वासन देते रहे। बाद में उक्त भूमि को किसी दूसरे को विक्रय कर दी। थानाधिकारी ने बताया कि जांच अनुसंधान के दौरान खेमको का मोहल्ला रींगस निवासी लक्ष्मीधर शर्मा पुत्र बद्रीनारायण शर्मा और उसके बेटे महेश कुमार शर्मा को मंगलवार शाम गिरफ्तार किया है।