अकेले चिकित्सा और शिक्षा विभाग (
Education Department ) में ही करीब 14 हजार तबादले किए गए हैं। वहीं उर्जा और जलदाय विभाग में भी करीब 2 हजार कर्मचारी और अधिकारी इधर से उधर कर दिए गए हैं। इन चारों विभागों में महज कुछ घंटों के अंतराल में ही करीब 16 हजार तबादले हुए। तबादले करने की अंतिम तिथि 29 सितंबर रविवार थी। लेकिन इन विभागों की सभी प्रमुख सूचियां सोमवार शाम तक ही सामने आईं।
जलदाय विभाग 489 अभियंता व कर्मचारियों के तबादले किए गए हैं। चिकित्सा विभाग (
Medical Department ) में 1250 से अधिक डॉक्टरों और करीब 3 हजार र्निसंग कर्मी और महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं सहित अन्य कर्मचारियों को इधर से उधर किया गया है। सूची जारी करने की जल्दबाजी में राज्य विद्युत प्रसारण निगम ने तो सेवानिवृत हो चुके कर्मचारी तक का तबदला कर दिया। सुशील कुमार शर्मा तीन माह पहले ही सेवानिवृत हो चुके। सूची में उन्हें धौलपुर से कानासर भेज दिया गया। यह देख कर्मचारी भी चौंक गए। गलती सामने के बावजूद सोमवार रात तक इसमें संशोधन नहीं किया गया। यहां तक की खुद उर्जा मंत्री, सी.एम.डी. कुंजीलाल मीणा से संपर्क साधने की कोशिश करते रहे।
इनके अलावा परिवहन विभाग, ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज, सार्वजनिक निर्माण, खान, राजस्व विभाग, खाद्य विभाग सहित तमाम विभागों में तबादले किए गए हैं। बड़े सभी विभागों की सूचियों को अंतिम रूप गुप्त स्थानों पर दिया गया।