
जयपुर के आराध्य देव गोविन्द देवजी में रिकॉर्ड तोड़ लोग पहुंचे लट्टमार होली देखने
जयपुर। रंग-बिरंगे परिधानों में हाथों में लट्ट लिए महिलाएं और ढ़ाल से बचाव करते पुरुष, भजनों की स्वर लहरियों से गूंजता माहौल। नृत्य, गीत और संगीत की प्रस्तुतियों के बीच पुष्प से गोविंद संग होली खेलते कलाकारों की टोलियां और भजनों से मंत्रमुग्ध होते श्रद्धालु। शनिवार को शहर आराध्य देव गोविंद देव जी मंदिर में तीन दिवसीय परंपरागत फागोत्सव के समापन के तहत ऐसा ही नजारा देखने को मिला।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण का केन्द्र 60 कलाकारों की ओर से बरसाने की लट्टमार होली रही। इससे पहले जगदीश शर्मा ने गणेश वंदना रुणक-झुणक पग घुंघरू बांध, गजानंद नाचे की प्रस्तुति से कार्यक्रम की शुरुआत महंत अंजन गोस्वामी के सान्निध्य में की। कुंज बिहारी राजू ने आज ब्रज में होरी रे रसिया, संजय रायजादा, मंजू शर्मा ने रंग बरसे गुलाबी रत नारी नैना की प्रस्तुति दी। मधु भट्ट तैलंग ने ध्रुपद धमाल सुनाई। वहीं रूपसिंह शेखावत ने भवई नृत्य की प्रस्तुति दी। दिल्ली के हरीश गंगानी, मंजरी महाजन, मनीषा गुलायान सहित अन्य कलाकारों ने जयपुर घराने की कथक नृत्य की प्रस्तुति दी।
अंत में लगभग 60 कलाकारों ने लट्टमार होली की प्रस्तुति से बरसाने की याद ताजा करवा दी। कार्यक्रम में पूर्व विधायक दीया कुमारी ने भी शिरकत की। बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ देखने को मिली। विदेशी पर्यटक भी फागोत्सव के गवाह बने। इसके साथ ही अन्य मंदिरों में हुए फागोत्सव में रंगों के बजाय महज एक तिलक लगाकर पानी की बचत की भी अपील की गई।
उधर सुभाष चौक पांड्या की गली स्थित राज राजेश्वरी बीजासण मां और राणीसति मंदिर में महंत प्रदीप शर्मा के सान्निध्य में फागोत्सव हुआ। इस दौरान 56 भोग की झांकी, माता को फाग की विशेष पोशाक धारण करवाई गई। गुलाल, फूलों से भक्तों ने होली खेली। सातों बहनों, राणी सती के मंदिर में उड़े रे गुलाल सहित अन्य भजनों पर नृत्य किया। वहीं नाहरी का नाका स्थित बाबा रामदेव झांकी संस्था की ओर से बाबा रामदेव मंदिर में नौ दिवसीय होली फागोत्सव की शुरुआत हुई।
Published on:
16 Mar 2019 08:06 pm
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