
Bhajanlal Cabinet Meeting Decisions: भजनलाल सरकार द्वारा 9 जिलों और तीन संभागों को खत्म करने के फैसले के बाद प्रदेश का राजनीतिक माहौल गरमा गया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने इस निर्णय को अलोकतांत्रिक, विवेकहीन और जनता के हितों पर कुठाराघात बताया है। डोटासरा ने कहा कि यह निर्णय पर्ची पर लिया गया है और भाजपा सरकार ने जनता की उम्मीदों को एक झटके में खत्म कर दिया है।
डोटासरा ने कहा कि जब देश और दुनिया भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को भावभीनी विदाई दे रही है, ऐसे समय में भाजपा सरकार ने इस जन विरोधी निर्णय को लागू कर दिया। उन्होंने इसे अनैतिक और असंवेदनशील करार दिया।
डोटासरा ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर निशाना साधते हुए कहा कि राजस्थान के डिप्टी CM प्रेमचंद बैरवा अब किस मुंह से जनता के बीच जाएंगे, आपकी ही सरकार में आपका जिला चला गया। आप किस बात के उपमुख्यमंत्री हो, भजनलाल जी ने अपना जिला डीग बचा लिया और प्रेमचंद बैरवा का जिला दूदू खत्म कर दिया। उन्होंने इस निर्णय को जन विरोधी बताते हुए कहा कि कांग्रेस और आम जनता इसके खिलाफ आंदोलन करेगी और जरूरत पड़ी तो कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया जाएगा।
मीडिया को संबोधित करते हुए डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने जनता की मांग पर रिटायर्ड आईएएस अधिकारियों की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई थी, जिसने इन जिलों को बनाने की सिफारिश की थी। उन्होंने सवाल उठाया कि भाजपा सरकार ने इन सिफारिशों को क्यों दरकिनार किया और आनन-फानन में जिलों को खत्म करने का निर्णय क्यों लिया।
डोटासरा ने भाजपा सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि डबल इंजन सरकार ने ऐसा जन विरोधी निर्णय लिया है जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि 12 महीनों में भाजपा सरकार ने कोई बड़ा निर्णय नहीं लिया, केवल कांग्रेस सरकार को गाली देने का काम किया है।
डोटासरा ने घोषणा की कि कांग्रेस इस निर्णय के खिलाफ जन आंदोलन करेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने जनगणना के बीच और अदालत की छुट्टियों के दौरान यह निर्णय लिया ताकि लोग इसके खिलाफ कोर्ट में याचिका न दायर कर सकें। डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस इस निर्णय को वापस लेने के लिए हर संभव प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि यह फैसला जनता के हितों के खिलाफ है और कांग्रेस इसे बर्दाश्त नहीं करेगी।
दरअसल, सीएमओ में शनिवार को हुई कैबिनेट और मंत्रिपरिषद की बैठक के बाद भजनलाल सरकार ने गहलोत राज में बने 9 नए जिले और तीन संभाग को निरस्त कर दिया है। फैसले के बाद अब राजस्थान में 17 नए जिलों में से केवल 8 नए जिले बालोतरा, डीडवाना, फलौदी, सलूंबर, खैरथल-तिजारा, डीग, कोटपूतली-बहरोड और ब्यावर ही यथावत रहेंगे। वहीं, दूदू, केकड़ी, शाहपुरा, नीमकाथाना, गंगापुरसिटी, जयपुर ग्रामीण, जोधपुर ग्रामीण, अनूपगढ़, सांचौर को निरस्त कर दिया है। फैसले में बांसवाड़ा, पाली और सीकर संभाग को भी निरस्त कर दिया गया है।
गौरतलब है कि राजस्थान में भाजपा सरकार द्वारा जिलों को खत्म करने के फैसले के बाद राजनीतिक भूचाल आ गया है। अब देखना यह होगा कि भाजपा सरकार इस विवाद पर क्या प्रतिक्रिया देती है।
Updated on:
28 Dec 2024 06:42 pm
Published on:
28 Dec 2024 06:31 pm
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