
जैसलमेर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में पिछले दिनों भारी बारिश के चलते ऐतिहासिक गड़ीसर सरोवर लबालब भर गया है। ऐसे में मंदिर के पुजारी हेमशंकर व्यास वहां पूजा - अर्चना करने के लिए नाव से सुबह 6 बजे मंदिर जाते हैं और पूर्वाह्न 11 बजे नाव से ही लौटते हैं।

वर्तमान में हिंगलाज मंदिर गड़ीसर के बीचों - बीच किसी टापू की तरह नजर आता है।

उधर झालरापाटन में मंगलवार को सुबह से ही तेज गर्मी और उमस रहने के बाद सुबह 11.15 बजे से बादलों की तेज गर्जना और आकाशीय बिजली गरजने के साथ ही जोरदार बरसात शुरू हुई। जिससे नालियों का पानी सड़कों पर बह निकला। बरसात के कारण लोगों को तेज गर्मी से राहत महसूस हुई।



पानी में हिंगलाज मंदिर का रास्ता, नाव से जाते हैं पुजारी।