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‘स्वतंत्रता का अर्थ सिर्फ सत्ता परिवर्तन नहीं’

रवीन्द्र मंच पर नाटक का मंचन, संजय विद्रोही ने किया निर्देशन

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जयपुर

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Ravi Sharma

Sep 23, 2023

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जयपुर. स्वतंत्रता का अर्थ सिर्फ सत्ता का परिवर्तन करना ही नहीं है बल्कि उस जीवन पद्धति का परिवर्तन है जो हम उस शासन के दरम्यान देख रहे थे, गांधी इसलिए बार बार अंग्रेजी सभ्यता हटाने और उसे छोड़ने की बात करते थे। आज सबसे बड़ा संकट विचार का हैं वर्तमान समय में राजनैतिक, सांस्कृतिक, साहित्यिक परिदृश्य में लोगों के विचार ही लुप्त होते जा रहे हैं। अभिनय से कलाकारों के कुछ ऐसे ही संवादों के साथ रवीन्द्र मंच पर ‘हिंद स्वराज’ नाटक का मंचन हुआ। कला, साहित्य, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग एवं रविन्द्र मंच की ओर से टैगोर योजना के अंतर्गत शुक्रवार को मंचित नाटक का निर्देशन रंगकर्मी संजय विद्रोही ने किया। यह नाटक राजेश कुमार का नाट्य रूपांतरित एवं मोहनदास करमचंद गांधी की मूल रचना है। नाटक में कलाकारों ने गांधी के जीवन पर वृत, परस्पर संबंध व गांधी विचारधारा को दिखाने का प्रयास किया।

आज के युवा गांधी दृष्टि से अपरिचित

नाटक में कलाकारों ने अभिनय के माध्यम से बताया कि गांधी ने जिस आजाद भारत का सपना ‘हिन्द स्वराज’ में देखा था, क्या हमने वह आजादी प्राप्त की...? सिर्फ यहां पर गोरे शासक बदले और काले शासक आ गए, बस इतनी सी आजादी वर्तमान तक हमें मिली है। नाटक में आधुनिक सभ्यता को शैतानी सभ्यता और रेल, डॉक्टर, वकील व अंग्रेजी शिक्षा को गुलामी का नींव बताया था, लेकिन वर्तमान के हालात को देखें तो उससे इतर तो नहीं है। युवाओं की बात की जाए तो इस हिंदुस्तान की युवा पीढ़ी, गांधी के नाम से तो परिचित है लेकिन गांधी दृष्टि से अपरिचित है। इस नाटक का मंचन इंडियन पीपुल्स थिएटर एसोसिएशन की ओर से रविन्द्र मंच के मिनी थियेटर में किया गया।

नजर आया सत्य, प्रेम और भाईचारा

नाटक में कलाकारों ने प्रस्तुति से सत्य, अहिंसा, प्रेम, भाईचारा, सद्भावना और सत्याग्रह के चिंतन को समझने का बखूबी प्रयास किया। यह प्रस्तुति समाज में गांधी की दृष्टि को प्रतिष्ठित करने की कोशिश करती है। साथ ही युवाओं को गांधी के सिद्धांतों को अपनाने के लिए प्रेरित भी करती है। नाटक में युवा कलाकार ऋतिक शर्मा ने गांधी का किरदार निभाया। वहीं गौरव गौतम ने जिज्ञासु का किरदार निभाया। रवीन्द्र मंच के मैनेजर आरएएस प्रियव्रत सिंह चारण का कहना है कि इस योजना के तहत कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान ऑडियंस के साथ समाजसेवी, कलाप्रेमी सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।