मंत्रालय ने बताया कि एसएएडब्ल्यू युद्धक सामग्री से लैस था और पूरी सटीकता के साथ लक्ष्य पर निशाना साधने में यह सफल रहा। बयान में कहा गया, ‘एसएएडब्ल्यू उम्दा दिशासूचक का इस्तेमाल करते हुए विभिन्न जमीनी लक्ष्यों को तबाह करने में सक्षम है।’
पोखरण फायरिंग रेंज में हेलिना मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया। इस मिसाइल ने सटीकता के साथ अपने लक्ष्य को भेद डाला। यह दुनिया में अत्याधुनिक एंटी टैंक हथियारों में से एक है। इन हथियारों को डीआरडीओ ने विकसित किया है।
गाइडेड बम को वायुसेना और हेलिना मिसाइल को सेना के लिए तैयार किया गया है। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस कामयाबी के लिए डीआरडीओ को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि इन हथियारों से देश की रक्षा क्षमता बढ़ेगी।