मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उद्घाटन सत्र में इसका शुभारंभ किया। इस दौरान सीएम गहलोत ने कहा कि साहित्स के इस महाकुंभ की शुरुआत 12 साल पहले की गई थी। उस दौरान सौभाग्य से मैं ही राजस्थान का मुख्यमंत्री था। आयोजकों को धन्यवाद। उन्होंने इस आयोजन को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाया।
उन्होंने कहा कि जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल राजस्थान की शान है। तमाम साहित्यकार इस फेस्टिवल का इंतजार करते है। इसमें मन की और काम की बात होती हैं। यहां मेरी और सरकार की ओर से पधारे मेहमानों का स्वागत है।
सहित्य का महाकुंभ जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल ( jlf 2020 ) 23 से 27 जनवरी, 2020 तक जयपुर के डिग्गी पैलेस होटल में आयोजित किया हो रहा है। इसमें हर साल की तरह इस बार भी वक्ताओं के तौर पर लेखक, राजनेता, फिल्मी दुनिया से जुड़ी हस्तियां और पत्रकार कला, फैशन, राजनीति, अर्थव्यवस्था, जलवायु परिवर्तन, करेंट अफेयर्स, लेखन, समाज और जीवित भाषाओं आदि विषयों पर अपनी बात रखेंगे। पांच दिन तक चलने वाले सत्र में वक्ताओं को सुनने के लिए देश-विदेश से लोग पहुंचेंगे।
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का 13वां संस्करण भारत के विविध भाषी लेखकों को एक साथ एक मंच पर लेकर आ रहा है। इस साल फेस्टिवल असमी, बंगाली, गुजराती, हिंदी, मलयालम, मराठी, ओड़िया, प्राकृत, राजस्थानी, संस्कृत, संथाली, तमिल, उर्दू और नागामी भाषाओं के लेखकों की मेजबानी कर रहा है। फेस्टिवल में इन भाषाओं की शानदार धरोहर के साथ लेखन के समकालीन ट्रेंड पर चर्चा की जाएगी। जेएलएफ डिग्गी पैलेस में यह आयोजन अंतिम बार हो रहा है। राज्य सरकार और पुलिस ने डिग्गी पैलेस के लिए अंतिम बार अनुमति दी है।