वहीं मंडल ने 2017-18 की तुलना में सभी मदों में सकल आय के रूप में 60 करोड़ रुपए अधिक कमाए हैं। प्रदेश में हुए गुर्जर आरक्षण आंदोलन के दौरान रेलवे ट्रैक बाधित होने से इस उत्तर पश्चिम रेलवे को करीब 5 करोड़ रुपए का नुकसान भी उठाना पड़ा। वर्ष 2017-18 में जयपुर मंडल के स्टेशनों से 6 करोड़ 17 लाख यात्रियों ने यात्रा की थी। इसके अगले साल 2018-19 में यात्रियों की संख्या 3.4 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी के साथ 21 लाख बढ़कर 6 करोड़ 38 लाख तक पहुंच गई। पिछले साल मंडल ने यात्री किराये के तौर पर 7 करोड़ 50 लाख रुपए की आय अर्जित की। जो इससे पहले के साल 2017-18 के 7 करोड़ 50 लाख किराये की तुलना में 7.88 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी रही।
यहां भी कमाए इतने
उत्तर पश्चिम रेलवे ने माल भाड़े के तौर पर 2017-18 की तुलना में 2018-19 में 17.3 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की। रेलवे ने पिछले साल 30 करोड़ 44 करोड़ रुपए इस मद में कमाए। जो इससे पहले वाले साल में 25 करोड़ 95 लाख रुपए आय अर्जित की थी। जयपुर मंडल ने इस मद में पिछले साल 4 करोड़ 99 लाख रुपए कमाए। जो इससे पहले साल की तुलना में 4.4 प्रतिशत कम रही। अन्य कोचिंग में उत्तर पश्चिम रेलवे ने 4.4 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी दर्ज की।