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सचिवालय में वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान चली Porn Movie, महिला अधिकारी भी थी मौजूद, मची खलबली बिजली गुल होने से लिफ्ट का संचालन बंद हो गया और दरवाजा नहीं खुला। ब्लॉक अध्यक्ष मुदगल ने मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के कार्यालय में फोन किया। वहां से दो कर्मचारी आए और कर्मचारियों ने किसी तरह धक्के से लिफ्ट के दरवाजे को खोला तब कहीं जाकर सभी लोग लिफ्ट से बाहर निकल सके। इस दौरान पांच मिनिट तक सभी लिफ्ट में फंसे रहे। कुछ देर बाद बिजली आने पर लिफ्ट का संचालन सुचारू हो सका।
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राजस्थान सचिवालय में मंत्री ने केबिन में बुलाकर आईएएस अफसर के मारा थप्पड़, कोर्ट ने किया तलब इस घटनाक्रम के बाद चौंकाने वाली बात यह रही कि लिफ्ट के भीतर किसी भी तरह के इमरजेंसी या हैल्पलाइन नंबर नहीं लिखे हुए थे। जिससे ऐसी स्थिति में लिफ्ट में सवार किसी को फोन करके मदद मांग सके।
यह भी पढ़ेें : सीएम गहलोत का विवादित बयान, भारतीय प्रेस परिषद ने दिया नोटिस साथ ही लिफ्ट काफी पुराने मॉडल की होने के कारण लिफ्ट में पॉवर बैकअप भी नहीं था। अगर पॉवर बैकअप की सुविधा होती तो सचिवालय की बिजली गुल होने पर भी लिफ्ट का दरवाजा आसानी से खुल जाता।